बारह वर्षों के झारखंड में आज अगर हूल की प्रासंगिकता समझनी हो तो बुधनी को जानना जरूरी है। हालांकि सांस्कृतिक अतिक्रमण और हमले से गुजर रहे आज के झारखंड में अब ‘बुधनी’ जैसे ठेठ आदिवासी नाम नहीं मिलते हैं फिर भी रजनी, रोजालिया, रजिया जैसे नामों वाली आदिवासी स्त्रियां रोज ‘बुधनी’ बनने के लिए अभिशप्त हैं। कौन है यह बुधनी और ‘हूल’ के संदर्भ में उसकी चर्चा क्यों जरूरी है?...
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आप कितने सही हैं, डॉ सिंह?- पी साईनाथ( अनुवाद-मनीष शांडिल्य)
प्रिय प्रधानमंत्री जी, मुझे यह जानकर खुशी हुई कि सुप्रीम कोर्ट को ‘‘सम्मानपूर्वक’’ फटकारते हुए आप ने कहा है कि अनाज, सड़ते हुए खाद्यान्न का निपटारा जैसे सभी सवाल नीतिगत मामले हैं. आप बिल्कुल सही कह रहे हैं और बहुत दिनों बाद ऐसा किसी ने कहा है. ऐसा कर आप संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सार्वजनिक बयानबाजी में ईमानदारी लाने की एक छोटी-सी कोशिश कर रहे हैं, जिसकी बहुत कमी महसूस की जा रही थी. बेशक यह...
More »वैज्ञानिकों ने दी धरती के अंत की चेतावनी
लगातार बढ़ रही जनसंख्या अब धरती के अस्तित्व के लिए ही खतरा बन गई है। अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों के एक समूह ने धरती के अंत की ओर बढ़ने की चेतावनी देते हुए पानी, जंगल और जमीन के अधिक उपयोग को इसका कारण बताया है। शोध पत्रिका 'नेचर' में प्रकाशित इस रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने कहा है कि धरती अब उस दिशा में बढ़ रही है जब कई प्रजातियां समाप्त हो जाएंगी और अमूलचूल...
More »लेबर की कमी से नहीं हो रही लिफ्टिंग
गेहूं के आगाज के साथ ही मंडी में खरीद प्रबंधों व लिफ्टिंग की पोल खुलने लगी है। जहां खरीद एजेंसियों के पास बारदाना नहीं है, वहीं लेबर की कमी के कारण लिफ्टिंग की समस्या पैदा होने लगी है। मार्केट कमेटी के अनुसार रविवार तक 7.50 लाख क्विंटल गेहूं की आवक अबोहर तहसील की कुल 36 मंडियों में हो चुकी है। मंडियों में रोजाना डेढ़ से दो लाख क्विंटल गेहूं की आवक...
More »आसान नहीं फूड सेफ्टी एक्ट को लागू कराने की राह- दीपक भंडारी
अमृतसर. फूड सेफ्टी एक्ट के तहत खाद्य पदार्थो का कारोबार करने वालों के लाइसेंस बनाने या रजिस्ट्रेशन करने की जिम्मेदारी जिले में एक ही फूड सेफ्टी अधिकारी को सौंपी गई है। कारोबारी को फार्म मुहैया करवाने से लेकर इसे भरने तथा उसे दूसरी चीजों की जानकारी देना भी इसी अधिकारी का ही काम है। जिले में लाखों कारोबारी ऐसे हैं, जो इस एक्ट के दायरे में आ गए हैं। ऐसे में...
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