नई दिल्ली [जागरण न्यूज नेटवर्क]। सुरक्षा बलों के जारी अभियान में शनिवार को पश्चिम बंगाल में जवानों की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में एक व्यक्ति मारा गया है। जबकि झारखंड में सारंडा के जंगल में सुरक्षा बलों का जारी अभियान शनिवार को रुक गया। नक्सल प्रभावित पश्चिम मेदिनीपुर जिले के ग्वालतोड़ थाना क्षेत्र के भालुकबासा में शनिवार की सुबह से शाम छह बजे तक सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चली। शुरू...
More »SEARCH RESULT
सारंडा जंगल में सुरक्षा बलों का आपरेशन
नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। सुरक्षा बलों के निशाने पर अब झारखंड-उड़ीसा सीमा पर फैला सारंडा का जंगल है। अर्से से नक्सलियों की अहम पनाहगाह रहे इस जंगल में आकाशीय निगरानी से तालमेल बनाकर जमीनी कार्रवाई की जा रही है। कार्रवाई के पहले दिन सुरक्षा बलों को खास सफलता हाथ नहीं लगी। इस बीच झारखंड और पश्चिम बंगाल में नक्सलियों ने एक-एक व्यक्ति की हत्या कर दी है। झारखंड में नक्सलियों के गढ़ सारंडा जंगल...
More »नक्लस प्रभावित इलाकों में यूएवी का परीक्षण
कांकेर [छत्तीसगढ़]। देश में नक्सल विरोधी अभियान के लिए पहली बार मानव रहित विमान [यूएवी] का परीक्षण किया गया। अमेरिकी कंपनी के एक यूएवी ने यहां बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में पहाड़ियों और घने जंगल के ऊपर उड़ान भरी। अमेरिकी सेना अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अलकायदा व तालिबान आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में इसी तरह के ड्रोन विमान सफलतापूर्वक इस्तेमाल करती रही है। दंतेवाड़ा में 6 अप्रैल को नक्सलियों...
More »छत्तीसगढ़ में नया गढ़ बनाने में जुटे नक्सली
रायपुर [ऋषि पांडे]। नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों का दबाव बढ़ते ही नक्सलियों ने सुरक्षित ठिकानों की तलाश में छत्तीसगढ़ के दूसरे क्षेत्रों में घुसपैठ बढ़ा दी है। जंगलों के रास्ते नक्सलियों की फौज धमतरी और रायपुर जिले के गरियाबंद, मैनपुर तक पहुंचने के बाद रायगढ़, कोरबा, कसडोल जैसे नए इलाकों में भी पहुंचने लगी है। राजधानी रायपुर से लगे नगरी सिहावा क्षेत्र की दीवारों पर चिपके नक्सलियों के पोस्टरों ने दहशत का माहौल पैदा...
More »जीवन अधिकार यात्रा
इंदौर समर्थक समूह की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि नर्मदा घाटी में बन रहे सरदार सरोवर बांध डूब क्षेत्र के निवासियों पर पुनः हमला हुआ है। घाटी के 248 गांवों में बसे 2 लाख पहाड़ी आदिवासी और पश्चिमी निमाड़ के किसान मजदूर, मछुआरे, छोटे व्यापारी आदि जो कि यहां के प्राकृतिक संसाधनों और हरे-भरे खेतों पर निर्भर हैं, को डुबोने की तैयारी हो गई है। पर्यावरण...
More »