लुधियाना [बिंदु उप्पल]। अब चावल पेट ही नहीं भरेगा, ताकत भी देगा। फिलीपींस में ईजाद धान की एक किस्म का उत्पादन अपने देश में भी होगा। भारतीय कृषि वैज्ञानिक इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, जिसमें उनको सफलता भी मिली है। इस किस्म का नाम गोल्डन राइस है। इसका चावल गरीबों का ठोस आहार बन सकेगा। इसमें आयरन, जिंक व विटामिन ए जैसे पौष्टिक तत्वों की प्रचूर मात्रा है। इस...
More »SEARCH RESULT
ग्लोबल वार्मिंग से चावल का उत्पादन घटा, भूख से मारेगी बढ़ती गर्मी
नई दिल्ली. धरती के बढ़ते तापमान (ग्लोबल वार्मिंग)के जो भी बुरे नतीजे होने वाले हैं, उनमें एक और बुरी चीज जुड़ गई है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के चलते धरती के तापमान में हो रही बढ़ोतरी की वजह से एशियाई देशों में चावल की पैदावार लगातार घट रही है। एशिया चावल का प्रमुख उत्पादक देश है। यहां के लोगों का मुख्य अनाज भी चावल है। चावल की कमी के...
More »अधिक एमएसपी के कारण बढ़ी गेहूं-चावल की कीमतें
नई दिल्ली। सरकार ने मंगलवार को कुछ आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि की बात को स्वीकार किया, लेकिन साथ ही गेहूं और चावल की कीमतों में वृद्धि के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य [एमएसपी] को बढ़ाए जाने को जिम्मेदार ठहराया। लोकसभा में निशिकांत दुबे और कैलाश जोशी के प्रश्न के लिखित उत्तर में कृषि एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री शरद पवार ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाए...
More »सामुदायिक सिंचाई से सपने लहलहाए
कुचायकोट [गोपालगंज, मनोज राय]। सवनहीं जगदीश गांव के कन्हैया सिंह, वीरेन्द्र सिंह, दुखी सिंह, महावीर सिंह और मंगल सिंह, ये पांच किसान हैं, जिन्होंने वर्ष 2001 में सामुदायिक सिंचाई की छोटी-सी पहल की थी। दस बरस में यह प्रयास कुछ यूं रंग लाया कि सामुदायिक सिंचाई अब कृषि विकास का 'माडल' बन चुका है। पैदावार भी अच्छी होने लगी और मानसून पर से निर्भरता भी घटी। सिंचाई व्यवस्था की इस...
More »छाप छोड़ने की भारी जद्दोजहद
नई दिल्ली. यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुआई वाली राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी) की दूसरी बैठक में महत्वाकांक्षी खाद्य सुरक्षा एवं सांप्रदायिक हिंसा कानून ही छाए रहे। यूपीए सरकार के पिछले कार्यकाल में नरेगा व सूचना के अधिकार कानून की तर्ज पर सोनिया गांधी की अगुआई वाली सलाहकार परिषद इस बार खाद्य सुरक्षा व सांप्रदायिक हिंसा कानूनों पर अपनी छाप छोड़ने के खातिर इन्हें निर्णायक रूप देने के लिए...
More »