हम ही हम हैं सब जगह. हमारे बिना किसी का काम नहीं चलता. न सरकार की सत्ता चलती है और न ही कंपनियों और बैंकों का धंधा. टैक्स से रूप में मिला जनधन ही सरकार की संजीवनी है और लोगों से मिली जमा ही बैंकों का मूलाधार है. लेकिन विचित्र कालिदासी व्यवस्था है कि सभी अपने मूलाधार को ही काटने में जुटे हैं. इसे रोकने के सरंजाम जरूर हैं. लेकिन...
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डीवर्मिंग डे पर दवा खाकर 232 बच्चे पड़े बीमार
नेशनल डीवर्मिंग डे यानि 10 फरवरी को देश के अलग-अलग राज्यों में करीब दो सौ बच्चे डीवर्मिंग की दवा पीकर बीमार पड़ गए हैं। बच्चों को उल्टी और जी मिचलाने की शिकायत के बाद इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा और छत्तीसगढ़ के स्कूली बच्चे शामिल हैं। बुधवार को स्कूलों में एलबेंडाजॉल नामक दवाई की गई थी। उत्तर प्रदेश के विभिन्न...
More »हर आठवें एचआईवी पॉजिटिव की मौत, 8 साल में गई दो हजार जान
रायपुर। राज्य में एचआईवी पॉजिटिव मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। चिंताजनक स्थिति यह है कि हर आठवां एचआईवी पॉजिटिव दम तोड़ रहा है। साल 2006 से 2014 तक की स्थिति में प्रदेश में 16867 लोग एचआईवी की गिरफ्त में आ चुके थे। इनमें से 1924 की मौत हो चुकी है। मौजूदा पॉजिटिव मरीजों की संख्या 21994 है। एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक सीजीसैक्स ने अब तक सिर्फ 21994...
More »एमजीएम मेडिकल कॉलेज में मुख्यमंत्री ने कहा, बीएससी पास छात्र करेंगे ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्ट
जमशेदपुर: झारखंड में डॉक्टरों की कमी है. इस कारण ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं ठीक से नहीं मिल पा रही हैं. इस समस्या के निदान के लिए राज्य सरकार बीएससी (बायो) उत्तीर्ण विद्यार्थियों को दो साल की मेडिकल ट्रेनिंग देकर प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्रों में नियुक्त करेगी. इसके लिए अभ्यर्थियों को एक टेस्ट से गुजरना होगा. उक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रविवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज...
More »भ्रष्टाचार की संस्कृति में रचे-बसे हम - एनके सिंह
हर साल की तरह इस साल भी ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट आई। भ्रष्टाचार के वैश्विक पैमाने पर भारत अंकों के आधार पर वहीं खड़ा है। पिछले हफ्ते ऑक्सफेम सहित दुनिया की तीन आर्थिक विश्लेषण संस्थाओं ने बताया कि भारत में विगत 25 सालों में गरीब-अमीर की खाई खतरनाक रूप से बढ़ती जा रही है। गरीब और गरीब होता जा रहा है, अमीर और अमीर। हमने कानून बनाए। भ्रष्टाचार के मुद्दे...
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