2010-11 के लिए फसल उत्पाद का दूसरा अग्रिम आकलन आज जारी कर दिया गया है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय सीएसओ ने 2010-11 के दौरान 232.07 मिलियन टन खाद्यान्न के उत्पादन का अनुमान लगाया है। पिछले वर्ष 218.11 मिलियन टन खाद्यान्न का उत्पादन हुआ था। इस वर्ष का उत्पादन 2008-09 में हुए 234.47 मिलियन टन खाद्यान्न के रिकॉर्ड उत्पादन से थोड़ा ही नीचे रहेगा। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने अनुमान लगाया है कि...
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बच के रहना रे बाबा! दूध में जहर है
अहमदाबाद। देश के सबसे प्रतिष्ठित खानपान ब्रांडों में शामिल "अमूल" के दूध के अहमदाबाद के नमूनों में खासे नुकसानदेह माने जाने वाले कीटनाशक क्लोरपाइरिफोस के अवशेषों की मात्रा स्वीकार्य सीमा से कई गुना ज्यादा पाई गई है। यह मात्रा देश भर में सर्वाधिक है। यह खुलासा देश की शीर्ष संस्थाओं में शुमार किए जाने वाली नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑक्यूपेशनल हैल्थ (एनआईओएच), अहमदाबाद के विश्लेषण मे हुआ है। यह देश भर में...
More »कीमतों पर नियंत्रण के लिए बड़े शहरों में बनेगा सब्जी उद्यान
कानपुर। देश के 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में सस्ती कीमतों पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सब्जी उद्यान बनाए जाएंगे। यह बात केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा। पवार ने भारतीय दाल शोध संस्थान में एक सम्मेलन का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि उद्यान स्थापित करने के लिए हम जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द शुरू करेंगे। विभिन्न राज्य सरकारों से सहयोग लिया जाएगा। पवार ने कहा कि, इससे...
More »टूटती सांसों के बीच करती है जूतों की मरम्मत
बांदा, गणतंत्र दिवस के 62वें सालगिरह पर देश भर में जहां जश्न और खुशियों का माहौल है, वहीं देश के कई हिस्सों में अभी भी कुछ ऐसे लोग हैं जिन्हें दो वक्त की रोटी के लिए जी तोड़ मेहनत करनी पड़ती है, तब जाकर मुश्किल से कहीं उनका पेट भरता है। एक ऐसी ही बुजुर्ग महिला चंद्रकली (85) है जो पिछले 40 साल से मोची का काम कर अपना गुजर बसर कर...
More »न डॉक्टर मिलते हैं न पौष्टिक खाना
रायपुर। डीबी स्टार की पड़ताल में सामने आया कि आयुर्वेद अस्पताल में मरीज यहां की अव्यस्थाओं को लेकर शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। विशेषज्ञों का कहना है कि आयुर्वेद में दवाइयों का असर धीमी गति से होता है। इसीलिए मरीजों को लंबे समय तक डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाता है। इसके बावजूद आयुर्वेद अस्पताल में अव्यवस्थाओं के चलते मरीजों को बीच में इलाज छोड़कर जाना पड़ता है।...
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