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असल संत की अंत कथा- आशीष खेतान और मनोज रावत

गंगा को लेकर संतों और खनन माफिया के बीच छिड़ी लड़ाई में उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने एक नहीं बल्कि बार-बार और खुल्लमखुल्ला खनन माफिया का साथ दिया है. स्वामी निगमानंद की मौत के पीछे का सच सामने लाती आशीष खेतान और मनोज रावत की विशेष पड़ताल बाबा रामदेव को ध्यान खींचने की कला आती थी. स्वामी निगमानंद के पास यह हुनर नहीं था. इसलिए एक ओर रामदेव विदेशों में जमा...

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वैकल्पिक राजनीति की तलाश!- योगेन्द्र यादव

हमें राजनीति में विकल्प चाहिए, राजनीति के विकल्प चाहिए या फ़िर वैकल्पिक राजनीति चाहिए? अन्ना हजारे और बाबा रामदेव प्रकरण ने यह सवाल देश के सामने खड़ा कर दिया है. इसका उत्तर न तो रामदेव के पास था, न अन्ना हजारे के पास लगता है. इस गहरे सवाल का जवाब खुद अपने भीतर खंगालने से ही मिलेगा. यह सवाल उठता ही नहीं अगर भ्रष्टाचार के सवाल पर सरकार की साख बची होती. ईमानदार...

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'दिल्ली में किसानों की जमीन लूट रही है सरकार'

लखनऊ। सरकार ने आरोप लगाया है कि दिल्ली में किसानों की जमीनों की लूट चल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि केन्द्र सरकार की नाक के नीचे दिल्ली राज्य में किसानों की जमीन औनेपौने दाम पर ली जा रही है। दिल्ली में कंजावला, बवाना व दिल्ली देहात में लगभग 03 करोड़ रूपये से 10 करोड़ रूपये प्रति एकड़ जमीन की दर है, लेकिन दिल्ली राज्य की सरकार 53 लाख रूपये...

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हजारे पक्ष ‘अप्रासंगिक मुद्दे’ उठा रहा हैः सरकार

नयी दिल्लीः लोकपाल विधेयक का मसौदा तैयार कर रही संयुक्त समिति में शामिल समाज के सदस्यों द्वारा इसकी आज की बैठक का बहिष्कार करने की कडी आलोचना करते हुए सरकार ने कहा है कि अन्ना हजारे के समर्थक मुद्दे से ‘बाहरी विषय’ उठा रहे हैं. उसने कहा कि वह हजारे पक्ष के बिना भी 30 जून तक मसौदा तैयार कर लेगी. समाज के सदस्यों के बहिष्कार के बीच आज हुई समिति की...

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बाबा के आंदोलन के मुद्दे- वेदप्रताप वैदिक

भ्रष्टाचार के विरुद्ध बाबा रामदेव जो मोर्चा लगा रहे हैं, वह एक बेमिसाल घटना होगी। यदि दिल्ली में एक लाख और देश में एक करोड़ से भी ज्यादा लोग अनशन पर बैठेंगे तो इसके मुकाबले की घटना हम कहां ढूंढेंगे? यह सबसे बड़ा अहिंसक सत्याग्रह होगा। इसका उद्देश्य जनता व शासन दोनों को भ्रष्टाचार के विरुद्ध कटिबद्ध करना है। यदि आंदोलन सिर्फ सरकार के विरुद्ध होता तो उसे शुद्ध राजनीति माना जाता, लेकिन...

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