राजस्थान में कारपोरेट अस्पतालों में एक मरीज को दिल में स्टंट लगवाने के जहां डेढ़ लाख खर्च करने होते हैं, वहीं सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कालेजों में यह स्टंट बीस से तीस हजार रुपए में मिल जाता है। इसी तरह हड्डी जोड़ने के लिए लगने वाले इम्प्लांट जहां बाजार में 12 हजार में मिलते हैं, वह सरकारी अस्पतालों में एक हजार में मिल जाते हैं। ये संभव हुआ है राजस्थान मेडिकल...
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जांबाज फौजी का उपचार खर्च- सेना की ना
आतंकवादियों से मुकाबला करते हुए घायल होने वाले एक कमांडो की सहायता के लिए ऑनलाईन अर्जी की शुरुआत की गई है।26/11 के मुंबई आंतकी हमले में घायल होने के कारण इस कमांडो को लकवा मार गया है और उसे मदद की गुहार लगानी पड़ रही है। होटल ओबेरॉय में चले अभियान के दौरान एक ग्रेनेड धमाके में एनएसजी कमांडो पी वी महेश घायल हुए और उन्हें लकवा मार गया। इस वीरता के लिए शौर्यचक्र हासिल...
More »20 पैसे में मिलेगा एक लीटर शुद्ध पानी- कुलदीप सिंगोरिया की रिपोर्ट
भोपाल। शुद्ध पेयजल मुहैया कराने में नाकाम रही प्रदेश सरकार अब गांवों में 20 पैसे प्रति लीटर की दर से शुद्ध पानी बेचेगी। इसके लिए गांवों में निजी कंपनियों की मदद से छोटे-छोटे वाटर प्यूरीफायर प्लांट लगाए जाएंगे। ये प्लांट लोगों को आईएसओ 10500 गुणवत्ता का पेयजल उपलब्ध कराएंगे। शुरुआती चरण में सरकार नवाचार कार्यक्रम के तहत धार, दमोह आदि जिलों में करीब 100 प्लांट लगाकर इस स्कीम को शुरू करने...
More »डॉक्टरों ने खुद पैसा जुटाया, ऑपरेशन किया और जीत लिया ‘दिल’
भोपाल। हमीदिया अस्पताल में हृदय रोग से पीड़ित एक मरीज की जान बचाने के लिए डॉक्टरों ने आपस में रकम जुटाकर उसका ऑपरेशन किया। मरीज के हार्ट का वॉल्व और एओर्टा खराब था। मई में सीने में उठे दर्द के बाद वह इलाज कराने यहां आया था। हमीदिया के डॉक्टरों ने चंदा कर जिंदगी की आखिरी सांसें गिन रहे 49 वर्षीय हृदय रोगी का एओर्टा बदलकर मिसाल पेश की है। मरीज...
More »कड़वे बादाम : दिल्ली के बादाम उद्योग में मज़दूरों का शोषण
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दूर-दराज़ कोने में बसी हुई, शोर-ग़ुल और चहल-पहल भरी करावलनगर की बस्ती, अनौपचारिक क्षेत्र के उद्यमों का एक उभरता हुआ केन्द्र है, जहाँ बड़ी संख्या में प्रवासी मज़दूर और उनके परिवारों को रोज़गार मिलता है। ये उद्यम किसी भी मानक से छोटे नहीं है। वैश्विक सम्बन्धों की जटिल श्रृंखला में बँधे ये उद्यम, सालभर चालू रहते हैं और हज़ारों मज़दूरों के रोज़गार का स्रोत हैं। कई करोड़...
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