गृह मंत्रालय के अनुसार, एक हिन्दू के मुकाबले किसी ईसाई के आत्महत्या करने की संभावना डेढ़ गुना ज्यादा है। जबकि देश की विभिन्न जातियों में से आदिवासी और दलित सबसे ज्यादा आत्महत्या करते हैं। एक आरटीआई के जवाब में यह खुलासा हुआ है कि गृह मंत्रालय ने आत्महत्याओं की जाति और धर्म के आधार पर अलग गणना कराई थी। 2014 में नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने पहली बार आत्महत्याओं का...
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बीजापुर जिले में आंगनबाड़ी में मीठा दूध पीने से दो बच्चों की मौत
बीजापुर। जिले केतुलनार में आंगनबाड़ी में मीठा दूध पीने से दो बच्चों की मौत हो गई। मंगलवार सुबह जब बच्चे आंगनबाड़ी पहुंचे तो उन्हें पीने के लिए दूध दिया गया। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और कुछ देर बाद दो बच्चों की मौत हो गई और कई बच्चे बीमार हो गए। घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और इसके बाद वे पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने...
More »सरनेम बदलने से किसी की जाति नहीं बदलतीः बॉम्बे हाई कोर्ट
मुंबई। बॉम्बे हाई कोर्ट ने एक मेडिकल ग्रेजुएट शांतनु हरि भारद्वाज को राहत देते हुए कहा है कि सरनेम बदल लेने से किसी व्यक्ति की जाति नहीं बदल जाती है। इस व्यक्ति को वैध प्रमाण पत्र पेश करने के बावजूद एसटी वर्ग में नामांकन से इन्कार कर दिया गया था। इन्कार का आधार उसके सरनेम में परिवर्तन को बनाया गया था। याची ने उल्लेख किया कि उसके पास जाति का वैध...
More »पिछले 16 साल से कोई भी SC नहीं बना सुप्रीम कोर्ट का जज
भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश केजी बालाकृष्णन के 11 मई, 2010 को रिटायर होने के बाद, अनुसूचित जाति के किसी भी जज को सुप्रीम कोर्ट का जज नहीं बनाया गया है। साथ ही, वर्तमान के सभी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों में कोई भी अनुसूचित जाति से नहीं है, जबकि देश की कुल जनसंख्या का 16 प्रतिशत अनुसूचित जाति में आता है। अनसूचित जनजातियों की स्थिति भी ऐसी ही है। पिछले...
More »गुजरात: लड़कियों की कमी, शादियों के लिए नारी संरक्षण गृह जा रहे पाटीदार
वड़ोदरा में निराश्रित महिलाओं के लिए बने नारी संरक्षण गृह में अनाथ, विधवा और अन्य कष्ट भाेग रही महिलाएं रहती हैं। उनकी शादी के लिए जाति-धर्म के बंधन को किनारे रख कर लोग आगे आ रहे हैं। जून के अंत तक नारी संरक्षण गृह की पांच अनाथ लड़कियां शादी करने जा रही हैं। जबकि अन्य साथी और स्टाफ उन दानदाताओं की तलाश में है जो शादी का खर्च उठा लें।...
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