सुपौल. बिहार का शोक कही जाने वाली नदी कोसी की बेटियां देश की राजधानी दिल्ली समेत अन्य महानगरों में बेच डाली जाती हैं। कोसी के ग्रामीण इलाकों की इन बेटियों को दलाल नौकरी और पैसे का लालच देकर झांसे में लेते हैं। घोर गरीबी से जूझ रहे इनके माता-पिता की आंखों में पैसे की लालच नयी चमक पैदा कर देती है। दिल्ली में हर एक बेटी की कीमत तय की जाती है। पांच...
More »SEARCH RESULT
7.16 लाख बेटियों को नसीब नहीं शिक्षा
जयपुर. राजस्थान में 6 से 14 साल की 7.16 लाख बेटियों को प्राथमिक शिक्षा नसीब नहीं हो पा रही। इनमें 4.14 लाख बच्चियां तो एक बार भी स्कूल नहीं गईं, जबकि 3,02479 बच्चियां पढ़ाई छोड़कर मजदूरी सहित अन्य काम करने को मजबूर हैं। प्रारंभिक शिक्षा परिषद के चाइल्ड ट्रेकिंग सर्वे (सीटीएस) की इसी सप्ताह जारी रिपोर्ट ने राज्य में बेहतर शिक्षा के दावों पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। शिक्षाविदों ने बेटियों...
More »होशंगाबाद जिले में किसान ने दी जान
बनखेड़ी(होशंगाबाद). ग्राम दहलवाड़ा कलां में कर्ज से परेशान किसान चंदन सिंह (40) ने रविवार रात लगभग १२ बजे जहरीला पदार्थ खा लिया। बनखेड़ी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उसने रात 2.50 बजे दम तोड़ दिया। मृतक की पत्नी सावित्री बाई के मुताबिक लगभग दो लाख रुपए का बैंक कर्ज था। चंदन सिंह के परिवार के पास पांच एकड़ भूमि है। फसल खराब होने का मुआवजा भी उसे सात हजार व ननिहाल...
More »बेटियों पर नाज करता एक गांव ‘जंगीराणा’-- नरिंद्र शर्मा/पीएस
बठिंडा। एक तरफ जहां पंजाब के युवा नशे की दलदल में धंसते जा रहे हैं, वहीं गांव जंगीराणा के न केवल युवक बल्कि युवतियां लोगों के लिए मिसाल कायम कर रही हैं। बठिंडा से 25 किलोमीटर दूर स्थित इस गांव को यदि मालवा में जाना जाता है तो वह इसलिए कि यहां हर दूसरे घर से एक सदस्य या तो फौज में है या फिर पुलिस में। करीब साढ़े चार हजार...
More »साइकिल चलाते-चलाते ब्रांड बनी किसान चाची
मुजफ्फरपुर. 55 साल की राजकुमारी हर रोज 30-40 किलोमीटर का सफर साइकिल से तय करती हैं। पिछले 20 सालों से हर दिन साइकिल पर सवार होकर वह गांवों की ओर निकल जाती हैं जहां औरतों को खेती के गुर सिखाती हैं। आसपास के कई जिले उन्हें ‘किसान चाची’ के नाम से जानते हैं जहां उनका अचार, मुरब्बा, सॉस जैसे खाद्य वस्तुओं को बनाने का प्रशिक्षण कार्यक्रम चलता रहता है। अपने गांव आनंदपुर में...
More »