कृष्ण कौशिक। बिना यूजर्स की जानकारी के उसकी गोपनीय सूचनाओं को तीसरी पार्टी के साथ शेयर करने का आरोप झेल रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नमो एप आपकी 22 सूचनाएं आपसे लेता है। अगर आप कांग्रेस के एप को डाउनलोड करने हैं तो आपको 10 जानकारियां देनी पड़ेगी। वहीं समाजवादी पार्टी के एप को आप मात्र 3 सूचनाएं देकर डाउनलोड कर सकते हैं। इंडियन एक्सप्रेस के एक विश्लेषण में पता...
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रिपोर्ट : 2028 तक भारत होगा दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी टूरिज्म इकोनॉमी, मिलेंगी 1 करोड़ नई नौकरियां
वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म काउंसिल (डब्ल्यूटीटीसी) ने देश की जीडीपी और पर्यटन से होने वाली आय के विश्लेषण के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की है। गुरुवार को जारी की इस रिपोर्ट के अनुसार भारत 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन सकता है। इस रिपोर्ट के मुताबिक 2028 तक देश में लगभग 1 करोड़ नई नौकरियां भी आएंगी। साथ ही ट्रैवल और टूरिज्म में सीधे और अप्रत्यक्ष...
More »आंकड़ों की हवस के मायने-- डा. गोपाल कृष्ण
गार्जियन और न्यूयॉर्क टाइम्स के मार्च 17 के फेसबुक घोटाले के खुलासे के बाद अमेरिकी कंपनी फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग को पिछले दो दिनों में 58,500 करोड़ रुपये के नुकसान, ब्रिटिश कंपनी स्ट्रेटेजिक कम्यूनिकेशन लेबोरेटरीज की इकाई कैंब्रिज एनालिटिका की मानवीय आकड़ों की हवस, कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान के प्राध्यापक एलेक्जेंडर कोगन की अनैतिकता की पराकाष्ठा और चुनावी लोकतंत्र में किसी भी हद तक जाकर सफलता पाने की लालसा...
More »जहरीला होता जमीन का पानी-- पंकज चतुर्वेदी
जमीन में पानी का अकूत भंडार है। यह पानी का सर्वसुलभ और स्वच्छ स्रोत है। लेकिन यदि एक बार दूषित हो जाए तो इसका परिष्करण लगभग असंभव होता है। भारत में जनसंख्या बढ़ने के साथ घरेलू इस्तेमाल, खेती और औद्योगिक उपयोग के लिए भूगर्भ जल पर निर्भरता बढ़ती जा रही है। जमीन से पानी निकालने की प्रक्रिया ने भूजल को खतरनाक स्तर तक जहरीला बना दिया है। इसके लिए समाज...
More »खुशहाली का पैमाना और भारत-- राजू पांडेय
भारत के लोग दुनिया के और देशों के लोगों के मुकाबले कितने खुश हैं, इसका जवाब हमें वैश्विक खुशहाली सूचकांक से मिलता है। जवाब यह है कि दुनिया के एक सौ दस देश हमसे ज्यादा खुशहाल हैं। इतना ही नहीं, खुशी के इस पैमाने पर हम लगातार नीचे आते जा रहे हैं। हाल में वैश्विक खुशहाली सूचकांक से पता चला है कि भारत वर्ष 2014 में एक सौ छप्पन देशों...
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