बेहतर देश के निर्माण के लिए बेहतर समाज का होना पहली शर्त है. किसी भी देश का सतत विकास तभी मुमकिन है, जब वहां के विभिन्न समाज और समुदायों के बीच सौहार्द, शांति व भाईचारा हो. बीता साल 2015 इस लिहाज से कुछ अच्छी यादों के साथ-साथ कई कड़वी यादें भी छोड़ गया है. हाल के दशकों में तेज आर्थिक विकास के बावजूद हमारे समाज में व्याप्त कुछ...
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असल मुद्दों से डगमगाते रहे पूरे साल - मृणाल पांडे
साल 2015 विदा हो रहा है। इस साल भी हमारे नेता, अभिनेता, प्रतिपक्ष और समाज के पुरोधा असली मुद्दों पर कम, प्रतीकों के गिर्द ही अपनी नीतियां और रणनीतियां गढ़ते, झगड़ते रहे। ध्यान का केंद्र चाहे असेंबली चुनाव हों, या महिला सुरक्षा, बिगड़ते पर्यावरण से जुडे बाढ़-सुखाड़ हों अथवा सार्वजनिक परिवहन या विदेश नीति, जिस तरह उन पर संसद के भीतर-बाहर और टीवी पर्दों पर टकराव हुए, तलवारें चलीं, लगा...
More »न स्टाफ, न मशीनें, कैसे मिले इलाज
पटना : राजधानी के बेहतर सरकारी अस्पतालों में मशहूर गार्डिनर अस्पताल में इन दिनों स्वास्थ्य सुविधाएं बदहाल हो गयी हैं. यह स्थिति तब है, जब इसे सरकार ने नेशनल क्वालिटी और स्टैंडर्स अभियान के तहत चुना है. लेकिन, यहां इलाज कराने के लिए मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ता है या फिर आधे-अधूरे इलाज से ही काम चलाना पड़ता है. दवा, डॉक्टर और आधुनिक मशीनों की कमी के चलते...
More »छिंदवाड़ा : किसान ने तीन बच्चों के साथ अपना गला काटा
छिंदवाड़ा (ब्यूरो)। रविवार की सुबह जुन्नारदेव थाना क्षेत्र के उमरगोड़ गांव में कर्ज और पत्नी की मौत से परेशान एक आदिवासी किसान ने धारदार हथियार से अपने तीन मासूम बेटों सहित स्वयं का गला काट लिया। श्वांस नली कटने से एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि गंभीर हालत में दो बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोपी पिता के गले में मामूली जख्म है, जिसे पुलिस...
More »स्मार्ट कार्ड से इलाज का पैकेज रेट चुनौती से कम नहीं
रायपुर। स्मार्ट कार्ड से इलाज का पैकेज रेट 50 हजार करना सरकार के लिए किसी चुनौती से कम साबित नहीं हो रहा है। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (आरएसबीवाई) का पैकेज रेट 30 हजार करने का राज्य सरकार का प्रस्ताव पहले ही खारिज कर दिया था। ऐसे में राज्य सरकार अगर मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना (एमएसबीवाई) में पैकेज रेट 50 हजार करती है तो उसे आरएसबीवाई योजना में...
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