SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 669

अबूझमाड़ की प्रसव पद्घति के सामने 'बौनी' मॉडर्न गाएनेकोलॅाजी

मो. इमरान खान, नारायणपुर। विशिष्ट आदिम संस्कृति वाले अबुझमाड़ की प्रसव पद्घति के आगे आधुनिक प्रसुति विज्ञान बौना नजर आता है क्योंकि इस पद्घति की राह पर विकसित देश निकल पड़े हैं। माड़ में महिला बैठकर बच्चे को जन्म देती है और इस देशी रीति को अब वैज्ञानिक बताया जा रहा है। यहां एक लकड़ी पर बैठकर महिला का प्रसव होता है जबकि इसके लिए अमेरिका में डेढ़ करोड़ रूपए...

More »

बदलते पर्यावरण की विनाशलीला - सुनीता नारायण

जम्मू-कश्मीर 60 साल की सबसे भयानक बाढ़ के अभिशाप को झेल रहा है। छह लाख लोग फंसे हुए हैं और 200 से ज्यादा के मरने की खबर है। इसके साथ ही धीरे-धीरे अब सबका ध्यान इस अप्रत्याशित प्राकृतिक आपदा के कारणों की तरफ जा रहा है। कहा जा रहा है कि बाढ़ के पानी ने अचानक ही इस राज्य को अपनी गिरफ्त में ले लिया। लेकिन यह कैसे हुआ? हर...

More »

छत्तीसगढ़ में फिर लहलहाएगी दुबराज, विष्णुभोग की फसल

दिलीप साहू, रायपुर। दो दशक पहले तक छत्तीसगढ़ की पहचान रहे दुबराज, जवाफूल, बादशाह भोग, विष्णु भोग, चिन्नौर जैसे सुगंधित धान अब विलुप्ति के कगार पर हैं। हाईब्रीड व अधिक उपज देने वाली स्वर्णा, एमटीयू 1010 जैसी किस्मों के विस्तार के साथ परंपरागत क्षेत्रीय सुगंधित धान की किस्में गांवों से ज्यादातर समाप्त हो चुकी हैं। विलुप्त होते ऐसे पारंपरिक सुगंधित धान की 30 से अधिक वेराइटी को फिर से सहेजने...

More »

ओजोन प्रदूषण के कारण भारत के 9.4 करोड लोग रह जाते हैं भूखे

भारत देश में ओजोन लेयर के प्रदूषण में वृद्धि के कारण 9.4 करोड लोग भूखे रह जाते हैं. एक अमेरिकी भू-भौतिकविद संगठन के रिपोर्ट के मुताबिक भारत में धरती के उपरी तल पर ओजोन प्रदूषण की वजह से 1.29 अरब डालर मूल्य की 60 लाख टन गेहूं, चावल, सोयाबीन व कपास की फसल बर्बाद हो जाती है. अध्ययन में कहा गया है कि बर्बाद होने वाले इस गेहूं व चावल की...

More »

शिक्षा को नवोन्मेषी बनाने की चुनौती- गिरीश्वर मिश्र

आधुनिक भारत में विश्वविद्यालय स्तर पर शिक्षा का आरंभ हुए एक शताब्दी से अधिक का समय बीत चुका है। स्वतंत्रता मिलने के बाद इसे प्रोत्साहन मिला और धीरे-धीरे सरकार द्वारा विश्वविद्यालय, कॉलेज और विभिन्न प्रकार के ‘प्रोफेशनल' शिक्षा देने वाले तकनीकी, मेडिकल और प्रबंधन के संस्थान खुलते चले गए। शुरू में ब्रिटेन और बाद में अमेरिका से उधार लिए गए एक बंधे-बधाए सांचे में शिक्षा का विस्तार होता गया। उधारी...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close