रायपुर। कृषि महाविद्यालय एवं कृषि अनुसंधान केन्द्र बोईरदादर जिला रायगढ़ द्वारा हल्दी और धनिया की अधिक रोग प्रतिरोधक क्षमता वाली तथा अधिक उपज देने वाली नई किस्में विकसित की गई है। पिछले नौ सालों के गहन अनुसंधान एवं परीक्षण के बाद कृषि वैज्ञानिकों को यह सफलता मिली है। नई किस्मों के नोटिफिकेशन के लिए प्रस्ताव केन्द्र शासन की नोटिफिकेशन समिति भेजा जा रहा है। समिति से अनुमोदन के पश्चात नई किस्मों...
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भारत का पहला मछली अस्पताल कोलकाता में खुलेगा
कोलकाता : शहर में 2015 के मध्य तक देश का ऐसा पहला अस्पताल खुलेगा जहां मछलियों के बीमार पडने पर उनका इलाज किया जाएगा. इस परियोजना का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ वैज्ञानिक टीजे अब्राहम ने पीटीआई..भाषा को बताया कि परियोजना पर पहले ही काम शुरु हो चुका है. उन्होंने कहा कि भारत में मछलियों में करीब 60..65 प्रकार की असमान्यताएं तथा बीमारियां पाई जाती हैं और यह एक कारण है जिसकी...
More »मनरेगा में सुधर रही है महिलाओं की हालत
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) से महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद मिली है। एक विश्वविद्यालय द्वारा किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है। केरल यूनिवर्सिटी ऑफ फिशरीज ऐंड ओसिएन स्टडीज (केयूएफओएस) के अध्ययन के मुताबिक, योजना के अंतर्गत काम कर रहे 97.3 फीसदी कामगार महिलाएं हैं। यह अध्ययन अलपुझा जिले में मनरेगा योजना के प्रभाव के आकलन के तहत किया गया है।केरल...
More »अर्थशास्त्रियों ने की प्रधानमंत्री से गुजारिश, मनरेगा के प्रावधानों को कमजोर न किया जाए
नई दिल्ली: देश के कई प्रमुख अर्थशास्त्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि ग्रामीण रोजगार गारंटी कार्यक्रम (मनरेगा) के प्रावधानों को कमजोर नहीं किया जाना चाहिए। इस कार्यक्रम के जरिये लाखों गरीबों को आर्थिक सुरक्षा मिली है। प्रधानमंत्री को लिखे खुले पत्र पर दस्तखत करने वालों में दिलीप एब्रेयू (प्रिंसटन विश्वविद्यालय), प्रणब बर्धन (कैलिफोर्निया बर्कली विश्वविद्यालय), वी भास्कर (ऑस्टिन में टेक्सस विश्वविद्यालय), ज्यां द्रेज (अतिथि प्रोफेसर, रांची विश्वविद्यालय),...
More »छत्तीसगढ़ के धान की देशी किस्मों को मिलेगी अंतरराष्ट्रीय पहचान
दिलीप साहू, रायपुर । धान का कटोरा छत्तीसगढ़ में 23 हजार से अधिक देशी किस्में हैं। इनमें से 90 फीसदी किस्में केवल रिसर्च संस्थानों तक सिमटकर रह गई हैं। छत्तीसगढ़ की इन देशी किस्मों को अब अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी। इस बार इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ने यहां संरक्षित 23 हजार 250 किस्मों को खेतों में लगाया है। इससे इन किस्मों के बीज की मात्रा में बढ़ोतरी होगी। इसके बाद इनमें...
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