पटना : गंगा का पानी कितना प्रदूषित है, अब इसकी जांच मछलियों के ब्लड सैंपल से हो सकेगी. डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, भारत सरकार एक ऐसी ही तकनीक पर काम कर रही है. केंद्र सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलाॅजी द्वारा बायो मार्कर ऑफ पॉल्यूशन पद्धति के जरिये मछलियों पर शोध किये जा रहे हैं. 2013 से पटना विवि के साइंस कॉलेज के जूलॉजी विभागाध्यक्ष आरसी सिन्हा व सीनियर रिसर्च फेलो निरझर...
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कहर ना बन जाए कुदरत की सौगात - मृणाल पांडे
भरपूर मानसून का आना शहर और गांव हर कहीं खुशी का माहौल रचता है। पर इधर जब से नगर, महानगर में और कुछ चुनिंदा शहर स्मार्ट सिटी में बदलने शुरू हुए हैं, बरसात की खुली झड़ी हर शहर, हर कस्बे पर एक आफत बनकर बरसती है। सड़कों पर उफनते नालों-सीवरों का भलभलाकर उलट आना, भारीभरकम जाम, घरों के भीतर घुसे पानी से जान-माल की तबाही, यह हमने गए सालों में...
More »हिमालय का बिगड़ता मिजाज--- ममता सिंह
हिमालय की अनदेखी शुरू से ही हो रही है। बार-बार केंद्र पर निर्भर हिमालयी राज्यों का तंत्र हिमालय की गंभीरता और हिमालय से चल सकने वाली स्थायी जीवन शैली और जीविका को भी भुलाते जा रहे हैं। आयातित परियोजनाओं ने हिमालय में अतिक्रमण, प्रदूषण और आपदा की स्थिति पैदा कर दी है जिसके फलस्वरूप हिमालय टूट रहा है। हिमालय न केवल भारत, बल्कि दक्षिण एशिया के सभी देशों के लिए जल...
More »…ताकि आचमन योग्य बन सके हरियाणा में यमुना का पानी
सजला और पुण्य सलिला कही जाने वाली यमुना की दुर्दशा दिल्ली के बाद सबसे अधिक हरियाणा में ही हुई है। यमुनानगर से ही यमुना मैली होना शुरू होती है और पानीपत पहुंचते-पहुंचते इसका पानी पशुओं के पीने लायक भी नहीं रहता। यमुना को शुद्ध करने के प्रयास हुए, लेकिन ये कागजों में दबे रहे। अब नये सिरे से प्रदेश सरकार यमुना को मैला होने से रोकने का प्रयास कर रही...
More »कहीं सहायक नदियां सूखीं तो कहीं जहरीली हो गईं
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में सहायक नदियां भी दुर्दशा का शिकार हैं। रुहेलखंड में गंगा की सहायक नदी इतनी ज्यादा प्रदूषित हैं कि उसके पानी से फसलों को नुकसान पहुंच रहा है। गोमती की सहायक नदियों में पानी सूख चुका है। उत्तराखंड में गंगा की सहेलियों के लिए बिजली उत्पादन ने संकट पैदा कर दिया है। एक नजर- रुहेलखंड में रामगंगा प्रदूषण की शिकार बरेली। रुहेलखंड में गंगा की सहायक नदी रामगंगा...
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