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2023 के पहले तीन महीने में उत्तर पश्चिमी भारत में कम बारिश का अनुमान

डाउन टू अर्थ, 02 जनवरी  मौसम विभाग के मुताबिक सर्दियों के मौसम - जनवरी से मार्च 2023 के दौरान उत्तर पश्चिमी भारत के सात मौसम संबंधी हिस्सों, जिनमें पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख शामिल है, इनमें बारिश के सामान्य से कम होने का अनुमान है, जो कि लंबे समय की अवधि के औसत (एलपीए) का 86 फीसदी से कम है।...

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शून्य से नीचे तापमान में भी लद्दाख के किसान कर रहे गोभी, टमाटर और पालक जैसी कई सब्जियों की खेती

 गाँव कनेक्शन, 26 दिसंबर लद्दाख के खालसी गाँव के 50 साल के रिंचा अंगचुक पेशे से किसान हैं। उनके लिए सर्दियों के महीने हमेशा से संघर्षपूर्ण हुआ करते थे। कड़ाके की ठंड से बचने के अलावा, अपनी पत्नी और दो बेटियों को खिलाने के लिए पौष्टिक सब्जियां ढूंढना हमेशा से एक चुनौती रहा था। अंगचुक ने गाँव कनेक्शन को बताया, "सर्दियों के महीनों में टमाटर की कीमत 150 रुपये से 200...

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बिहार: सुखाड़ के साथ खाद की कमी और कालाबाजारी से जूझ रहे किसान

डाउन टू अर्थ, 24 अगस्त बिहार में लगातार तपिश और कड़ाके की गर्मी से किसान मायूस हैं। मौसम विभाग के अनुसार 17 अगस्त 2022  तक राज्य में केवल 389.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जो कि सामान्य से बहुत कम है। इस समय तक सामान्य तौर पर 657.6 मिलीमीटर बारिश होती है। इस सुखाड़ से नुकसान झेलने के बाद किसान अब यूरिया और खाद की किल्लत से भारी मुसीबतों का सामना कर रहे...

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अगस्त जलवायु परिवर्तन से वर्षा का क्षेत्र बदला

जनचौक, 03 अगस्त बिहार और उत्तर प्रदेश में सूखा पड़ा है जबकि गुजरात और महाराष्ट्र, राजस्थान में जोरदार वर्षा से बाढ़ आ गई है। जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का यह प्रत्यक्ष उदाहरण है। गुजरात में जोरदार वर्षा से बड़े पैमाने पर जन-धन की हानि हुई है। इस वर्ष वर्षा से जुड़ी घटनाओं से मरने वालों की संख्या 83 पहुंच गई है। वर्षा समूचे गुजरात में हुई है, लेकिन पांच जिलों-जूनागढ़, गीर सोमनाथ,...

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पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत में सूखे के आसार, जुलाई में 122 साल के इतिहास में सबसे कम बारिश

डाउन टू अर्थ, 01अगस्त देश के पूर्वी और उत्तर-पूर्वी हिस्से को अगस्त और सितंबर के महीने में कम बारिश और संभवतः शायद सूखे का भी सामना करना पड़ सकता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का पूर्वानुमान है कि जून और जुलाई की तरह ही अगले दोनों महीनों में भी इन क्षेत्रों में सामान्य से कम बारिश के आसार हैं। उत्तर-पूर्वी भारत के एक हिस्से में बड़ी बाढ़ के अलावा इसके ज्यादातर...

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