डाउन टू अर्थ, 31 अगस्त वैश्विक स्तर पर केवल नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों के उपयोग से हर साल 113 करोड़ टन ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन हो रहा है, जोकि जलवायु के लिए एक बड़ा खतरा है। उत्सर्जन का यह खतरा कितना बड़ा है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि यह कृषि क्षेत्र से होने वाले कुल उत्सर्जन का करीब 10.6 फीसदी हिस्सा है जबकि ग्रीनहाउस गैसों के वैश्विक...
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प्रधानमंत्री जी! स्पीति में लगातार कम हो रही है मटर की खेती
डाउन टू अर्थ, 31 अगस्त अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के स्पीति क्षेत्र की मटर की तारीफ की थी, लेकिन हकीकत यह है कि इस क्षेत्र के किसान जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ सिंचाई के पानी के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। समुद्र तल से 3,000 से 4,500 मीटर की ऊंचाई पर बसे 'शीत रेगिस्तान' के नाम से स्पीति क्षेत्र को जाना...
More »जैविक खेती की वजह से श्रीलंका में आयी है आर्थिक अस्थिरता; अफवाह है या फिर हकीकत समझना होगा
गांव कनेक्शन, 25 अगस्त वही जैविक व प्राकृतिक खेती के समर्थको में चिंता का विषय पनप गया। साथ ही उक्त दोनों श्रेणियों के बीच उन लोगों में भय का वातावरण बन रहा है। जो भविष्य में अपना करियर जैविक खेती में बनाने वाले है। अर्न्तराष्ट्रीय मुद्दे पर वर्तमान में की जा रही टिप्पणियों के पीछे की रणनीति की जानकारी तो नहीं है, लेकिन इस वैज्ञानिक युग में प्रर्याप्त सुचनाएं (सारगर्भित) होते...
More »बिहार: सुखाड़ के साथ खाद की कमी और कालाबाजारी से जूझ रहे किसान
डाउन टू अर्थ, 24 अगस्त बिहार में लगातार तपिश और कड़ाके की गर्मी से किसान मायूस हैं। मौसम विभाग के अनुसार 17 अगस्त 2022 तक राज्य में केवल 389.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जो कि सामान्य से बहुत कम है। इस समय तक सामान्य तौर पर 657.6 मिलीमीटर बारिश होती है। इस सुखाड़ से नुकसान झेलने के बाद किसान अब यूरिया और खाद की किल्लत से भारी मुसीबतों का सामना कर रहे...
More »साधारण खरपतवार नहीं है 'कुल्फा', सूखा और बदलते मौसम से लड़ सकता है यह सुपर प्लांट
डाउन टू अर्थ, 08 अगस्त वैज्ञानिकों की मानें तो यह खरपतवार एक सुपर प्लांट है जो न केवल गर्मी, सूखा बल्कि जलवायु में आते बदलावों का सामना कर सकता है कुल्फा या यह कहें कि एक खरपतवार, एक ऐसा पौधा जो आपको अक्सर कई जगहों पर दिख जाएगा। खेतों में, सड़क किनारे, नालियों के किनारे यह पौधे, खरपतवार के रूप में कहीं भी आसानी से उग जाते हैं। पर इन पौधों...
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