पानी गले तक आ जाये, तो औरों का भरोसा छोड़ कर खुद ही सोचना और खोजना पड़ता है कि बचने का क्या रास्ता है. दो साल के सूखे के बाद सामान्य माॅनसून ने पूरब से लेकर उत्तर भारत के तमाम इलाकों में यही हालत कर दी है. शहरों, कस्बों व गांवों में लोग घरों से निकल कर सड़कों पर आ गये हैं. नदियां बावली हो गयी हैं. कई जगह तो...
More »SEARCH RESULT
जननी एक्सप्रेस बंद, साइकल से लाना पड़ा प्रसूता को
छतरपुर, बकस्वाहा। दिल दहलाने वाली घुवारा की खबर के बाद बकस्वाहा के शहपुरा में जननी की वास्तविक व्यथा का मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी अनुसार पार्वती पति महेश आदिवासी उम्र 26वर्ष निवासी पाली अपने मायके ग्राम शहपुरा आई थी आज अचानक प्रसव वेदना बढ़ने पर उसके पिता नन्हेभाई तनय हीरालाल आदिवासी ने जननी एक्सप्रेस संचालक को फोन लगाया । तब पता चला कि पिछले एक माह से जननी एक्सप्रेस ठेकेदार द्वारा...
More »1000 करोड़ की फसल बर्बादी से धीमी होगी विकास की चाल-- प्रकाशकांत
पूरे देश की ही तरह मध्य प्रदेश के अर्थतंत्र की रीढ़ भी खेती है। इसी खेती ने 2008 की विश्व मंदी में भी देश की अर्थव्यवस्था को डूबने से बचाया था। हालांकि, यही खेती खुद भी कभी सूखे तो कभी अतिवृष्टि की शिकार होती रही है। नईम की इन पंक्तियों की तर्ज पर कि 'सूखे का हुआ कभी/कभी हुआ बाढ़ का/पहला दिन मेरे आषाढ़ का"। इस बार आषाढ़ तो नहीं मगर...
More »वेमुला की जाति के मामले में आयोग की रिपोर्ट राजनीति से प्रेरित :जेएसी
हैदराबाद : रोहित वेमुला की आत्महत्या के मामले में न्यायिक आयोग की रिपोर्ट को ‘राजनीति से प्रेरित' बताते हुए हैदराबाद विश्वविद्यालय की ज्वाइंट एक्शन कमेटी फॉर सोशल जस्टिस ने आज कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति अप्पा राव पोडिले और अन्य लोगों के खिलाफ मामले को कमजोर करने के मकसद से रिपोर्ट में ऐसे नतीजों पर पहुंचा गया है. जेएसी ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘खबरों से पता चला है कि मानव...
More »जीएम सरसों को समिति की हरी झंडी, पर सरकारी मंजूरी बाकी
नई दिल्ली। सरकार की एक समिति ने जेनेटिकली मॉडिफाइड यानी जीएम सरसों की व्यावसायिक खेती को हरी झंडी दे दी है। लेकिन अभी इसका रास्ता साफ नहीं हुआ है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार, केंद्र सरकार की ओर से इसे अब तक मंजूरी नहीं दी गई है। वह ऐसी फसल के जैव सुरक्षा पहलुओं पर समिति की ओर से की गई सिफारिशों को लेकर जनता की राय लेगी। इसके बाद यह...
More »