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पंद्रह मार्च तक 215.82 लाख टन चीनी का उत्पादन, 21 फीसदी से ज्यादा की कमी

-आउटलुक, पहली अक्टूबर 2019 से शुरू चालू पेराई सीजन 2019-20 में पंद्रह मार्च 2020 तक चीनी के उत्पादन में 21.13 फीसदी की गिरावट आकर कुल 215.82 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ है, जबकि पिछले पेराई सीजन में 273.65 लाख टन का उत्पादन हो चुका था। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार चालू पेराई सीजन में इस समय केवल 321 चीनी मिलों में ही पेराई चल रही है तथा 136...

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आधा भारत आया मार्च की बारिश के चपेट में, 57 फीसदी अधिक हुई बारिश, आगे भी बना है खतरा

-गांव कनेक्शन, जिस फसल को देखकर किसान के दुख-दर्द दूर हो जाते हैं, उसी फसल को हाथ में लेकर 70 साल के बुजुर्ग किसान अच्छे लाल फफक रहे थे। कई हजार रुपए की लागत और कड़ाके की सर्दी में छुट्टा पशुओं से बचाकर लगभग तैयार हो गई उनकी तीन एकड़ चने की फसल 14 मार्च को भारी बारिश और हवा से बर्बाद हो गई थी। "पूरी फसल बर्बाद हो गई, इससे अब...

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यस बैंक की विफलता के 6 अदृश्य प्रभाव

-न्यूजलॉन्ड्री, अर्थशास्त्र में कुछ प्रत्यक्ष प्रभाव होते है और कुछ अदृश्य प्रभाव होते हैं. बहुधा अदृश्य प्रभाव कहीं ज्यादा खतरनाक असर डालते हैं बनिस्बत प्रत्यक्ष प्रभावों के. जैसे यस बैंक के मामले को ही देखते हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने यस बैंक से पैसे निकालने की मात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है. 50,000 रुपये से ज्यादा निकालने पर ये रोक लगी है. इसका प्रत्यक्ष प्रभाव यह है कि अगर किसी खाताधारक के...

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बेमौसम बारिश से अकेले यूपी में 28 मौतें, साढ़े आठ लाख हेक्टेयर में खड़ी फसल तबाह

-मीडियाविजिल, उत्तर प्रदेश समेत पूरे उत्तर भारत में बारिश और ओलावृष्टि ने भयंकर कहर बरपाया है। उत्तर प्रदेश में 28 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। सरकार ने पीड़ित परिवारों को चार लाख रूपए मुआवजा देने की घोषणा की है। इस बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। गेहूं, सरसों की फसल को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। बीते दो दिनों से समूचे उत्तर भारत में...

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मिट्टी की जांच करवाकर फसल लेने वाले किसानों को होता है सबसे ज्यादा फायदा

-फसल क्रांति, लगातार ख़राब होते मिट्टी के स्वास्थ्य से किसानों की समस्या बढ़ रही है. इससे फसल उत्पादन में कमी आ ही रही है इसके साथ ही मानव शरीर को भी नुकसान पहुँच रहा है. मिट्टी के स्वास्थ्य का ख़राब होने का एक बड़ा कारण है,  किसानों द्वारा अत्यधिक कृषि रसायनों और उर्वरकों का इस्तेमाल करने से मिट्टी का स्वास्थ्य ख़राब हो रहा है.  जिससे मृदा की उर्वरा शक्ति कम लगातार...

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