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पीएम मोदी ने दिए संकेत, अब बेनामी संपत्ति के खिलाफ होगी बड़ी कार्रवाई

धर्मशाला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ संकेत दिए हैं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में अब बेनामी संपत्ति के खिलाफ बड़ी कार्रवाई होगी। हिमाचल प्रदेश में मंडी जिले के सुंदरनगर और कांगड़ा जिले के रैत की चुनावी सभाओं में उन्होंने भ्रष्टाचार, कालाधन व बेनामी संपत्ति के संदर्भ में कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। कहा, कांग्रेस नेताओं को बेनामी संपत्ति छिनने का डर सता रहा है। आठ नवंबर को कांग्रेसी छाती पीटेंगे,...

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NTPC हादसा: मृतकों की संख्या बढ़कर 33 हुई, UP सरकार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का नोटिस

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने रायबरेली में एनटीपीसी के विद्युत संयंत्र में हुए हादसे को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को गुरुवार को नोटिस जारी करके छह सप्ताह में जवाब मांगा। वहीं हादसे में मरने वालों की संख्या 33 पहुंच गई है। लखनऊ और रायबरेली के अस्पतालों में भर्ती कराए गए 11 और घायलों ने गुरुवार को दम तोड़ दिया। केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री आर. के. सिंह ने हादसे की...

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अनजाने में हुआ शारीरिक संपर्क यौन उत्पीड़न नहीं: दिल्ली हाईकोर्ट

दिल्ली हाईकोर्ट ने गुरुवार को एक मामले में महत्वपूर्ण आदेश देते हुए कहा कि अनजाने में किसी महिला के शरीर को छुआ जाना यौन शोषण के तहत नहीं आता, जब तक की दूसरे व्यक्ति की ऐसी कोई मंशा न हो। जस्टिस विभु बाखरु की पीठ ने यह टिप्पणी भी की कि दुर्घटनावश ऐसी घटना को यौन शोषण की परिधि में लाना सही नहीं है। सीआरआरआई के एक वैज्ञानिक की चुनौती...

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नोटबंदी: अर्थशास्‍त्री ने तंज मारते हुए लिखा- दूसरे देश ले सकते हैं ये चार सबक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले साल लागू की गयी नोटबंदी के पक्ष-विपक्ष में बहसों का दौर अभी थमा नहीं है। पीएम मोदी ने आठ नवंबर 2016 को तत्काल प्रभाव से उसी रात 12 बजे से 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद करने की घोषणा की थी। नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर अमेरिका के टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के अर्थशास्त्री भास्कर चक्रवर्ती ने हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू में मोदी...

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क्या सोचने पर पहरा है?-- मणीन्द्र नाथ ठाकुर

मनुष्य के जातीय गुणों पर चिंतन करनेवाले विद्वानों का मानना है कि सोचने की क्षमता मनुष्य को अन्य जीवों से अलग करता है. सोचने की क्षमता के कारण मनुष्य ज्ञान-विज्ञान का विकास कर पाता है. जब हम कहते हैं कि स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध आधिकार है, तो इसका मतलब होता है कि सोचने की स्वतंत्रता हमारा मानवाधिकार है. ऐसे में यदि कोई सरकार या समाज मनुष्य के सोचने पर पहरा लगाना...

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