भ्रष्टाचार के खिलाफ़ इस समय भारत में हल्ला बोल कार्यक्रम चल रहा है. भ्रष्टाचार के इस रोग से मुक्ति के लिए दुनिया के ज्यादातर देशों की जनता छटपटा रही है. तमाम देशों में भ्रष्टाचार रोकने के लिए संस्थाएं भी हैं. लेकिन क्या करप्शन फ्री समाज का बनना संभव है? दुनिया में भ्रष्टाचार उजागर करने में ’ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल‘ सबसे आगे रहा है. जिस देश में इस संस्था का मुख्यालय है, वह दुनिया के...
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बिजली बचाओ डॉलर कमाओ : कुलदीप सिंह सिंगोर
भोपाल। प्रदेश के 14 नगर निगमों में जल्द ही बिजली की बचत करने के लिए नया प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। इससे निगमों को करीब 25 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष की बचत होगी। इससे बिजली बचाने के एवज में वे विदेशों से कार्बन का व्यापार भी कर सकेंगे, जिससे उन्हें डॉलर के रूप में अतिरिक्त आमदनी भी होगी। दरअसल, क्योटो प्रोटोकॉल के तहत वर्ष 2005 में हुए समझौते के मुताबिक भारत में किसी प्रोजेक्ट...
More »कृषि के सहारे बिहार बनेगा अव्वल
पटना. 400 करोड़ देकर पूर्वी क्षेत्र में किस तरह हरित क्रांति ला सकते हैं वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी, ये तो उन्हें ही पता है। किसानों के विकास के लिए केंद्र सरकार को खजाने का मुंह खोलना होगा। यह बात बुधवार को स्वामी सहजानंद के 122 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कही। उन्होंने कहा कि बिहार का विकास बिना कृषि के विकास के नहीं हो...
More »किसान ने की खुदकुशी की कोशिश, बचाने दौड़ा प्रशासन
इंदौर, जागरण संवाददाता। एक किसान ने आत्महत्या की कोशिश क्या की पूरा का पूरा प्रशासनिक अमला उसे बचाने अस्पताल जा पहुंचा। अब परिजन कह रहे हैं उसने फसल बिगड़ने और कर्ज की मार की वजह से आत्महत्या की कोशिश की तो प्रशासन का दावा है कि मामला कर्ज का नहीं बल्कि पारिवारिक कलह का है। इंदौर के पिवडाय गाव के रहने वाले 26 साल के मदन पिता भरत बागडी को बुधवार...
More »साजिश के तहत बहुराष्ट्रीय कंपनियों को सौंपी जा रही है खेती: गिल
चंडीगढ़. भारत की फूड सिक्योरिटी को बचाने के लिए कर्जाई होकर आत्महत्या करने वाले छोटे किसानों की आमदनी बढ़ाने पर जोर देते हुए कृषि माहिरों ने कहा है, यदि इन किसानों ने एकजुट होकर मरने के बजाय मारने के लिए आंदोलन छेड़ दिया तो इसके नतीजे भयानक हो सकते हैं। किसान स्वराज पॉलिसी पर शुरू हुई बहस में भाग लेने आए अधिकतर कृषि, आर्थिक विशेषज्ञों और राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का यही...
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