विद्यालयों की दशा देशव्यापी स्तर पर स्कूलों में सभी आयु वर्ग के नामांकन में बीते दो सालों में बढ़ोतरी हुई है, पर शैक्षणिक स्तर पर प्रगति असंतोषजनक है. बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में छह से 15 साल के 11.1 करोड़ बच्चों के पढ़ने की क्षमता खराब बनी हुई है. पूरे देश में स्कूली बच्चों की संख्या 25.2 करोड़ है. अगर इन चार राज्यों में शिक्षा में बेहतरी नहीं...
More »SEARCH RESULT
वोटर्स में बांटने ले जा रहे ₹83 करोड़ कैश, 7.36 लाख लीटर शराब और 1485 किलो ड्रग्स बरामद
चुनाव आयोग की तरफ से नियुक्त निगरानी और खर्च नियंत्रण टीम ने जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं वहां से करीब 83 करोड़ रूपये से ज्यादा की नकद राशि बरामद की है। इसके अलावा 12.65 करोड़ रूपये मूल्य की शराब और 10.30 करोड़ के मादक पदार्थ भी बरामद हुए हैं। इनमें से ज्यादा बरामदगी उत्तर प्रदेश और पंजाब से हुई है। इस वर्ष की शुरूआत में चुनाव की घोषणा...
More »चुनाव आयोग ने नीति आयोग को ग्राम सभा कराने से रोका
चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव का सामना करने जा रहे पांच राज्यों में उसकी इजाजत के बगैर ग्राम सभा की बैठकें कराने को लेकर आज नीति आयोग की खिंचाई की और कहा कि चुनाव संपन्न होने के बाद ही ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं। नीति आयोग के उपाध्यक्ष को लिखे एक पत्र में आयोग ने कहा कि यह नागरिकों की प्राथमिकताएं तय करने के लिए 26 जनवरी को गोवा,...
More »चुनावी साल में यूपी, उत्तराखंड और पंजाब में मनरेगा में आया उछाल
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में अगले महीने चुनाव होने वाले हैं। इसी बीच एक चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है। इन तीनों राज्यों में अचानक से मनरेगा के तहत रोजगार लेने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है। एक अधिकारी के मुताबिक तीनों राज्यों में चालू वित्त वर्ष में इन आंकड़ों में बढ़ोत्तरी हुई है जो कि पिछले वित्त बर्ष में मनरेगा के तहत रोजगार पाने वालों की तुलना...
More »अब खेल हो खुला फर्रुखाबादी - मृणाल पांडे
पिछले महीने से सरकार कभी अच्छे दिनों के पुराने सपने जगाती है, कभी देशभक्ति की दुहाई दे जनता से नोटबंदी के इन बुरे दिनों को झेल ले जाने का अनुरोध करती है। फिर भी जब खराब खबरें आना बंद नहीं होतीं, तो वह पटरी बदल लेती है। उत्तर प्रदेश, पंजाब चुनावों की जनसभाओं में अब लुटियन की सरकारी दिल्ली को, पूर्व कांग्रेसनीत सरकार और उसके करीबी मीडिया को, और अंत...
More »