रायपुर ! भाजपा शासित सभी 7 राज्यों के कृषि एवं खाद्य मंत्रियों की बैठक आज भाजपा सुशासन प्रकोष्ठ नई दिल्ली द्वारा आयोजित की गई। राजधानी के न्यू सर्किट हाउस में आयोजित इस बैठक में मंत्रियों एवं उनके प्रतिनिधियों ने कृषि और किसानों की दशा पर चिंतन किया। बैठक में 19 महत्वपूर्ण निर्णयों को पारित करने केन्द्र सरकार से मांग करते हुए भाजपा ने भारत की कृषि नीति किसानों पर केन्द्रित...
More »SEARCH RESULT
कीटनाशक लील रहे हैं किसानों की जिंदगी
पानीपत.कीटनाशक किसानों की जिंदगी लील रहे हैं। जिले में पिछले 18 दिन में कीटनाशकों के असर से तीन किसानों की मौत और तीन किसान बीमार हो चुके हैं। यह सिलसिला जारी है। इससे किसान तो चिंतित हैं साथ में कृषि वैज्ञानिक भी परेशान हैं। कृषि विभाग समय समय पर किसान गोष्ठी आयोजित करके किसानों को फसलों में कीटनाशकों के स्प्रे करने की तकनीक बताता है, लेकिन किसान इस विधि से स्प्रे...
More »समय पर मिलेगी नरेगा श्रमिकों को मजदूरी
सीकर. समय पर भुगतान न होने को लेकर कई तरह की परेशानियों का सामना करने वाले नरेगा श्रमिकों को जल्द ही राहत मिलने वाली है। नई व्यवस्था के अनुसार उन्हें भुगतान के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। श्रमिकों की भुगतान राशि एक मुश्त जिलास्तरीय केंद्रीय सहकारी बैंक में जमा करा दी जाएगी और इसके बाद उनके खातों से संबंधित बैंकों में ट्रांसफर होगी। लगातार नरेगा श्रमिकों को समय पर मजदूरी...
More »कॉमनवेल्थ खेल- दिल्ली से मजदूरों की बेदखली का आयोजन
जिस व्यक्ति, संस्था या विभाग ने तैयारियों में थोड़ा सा भी योगदान किया था कॉमनवेल्थ खेलों के उद्धाटन समारोह लंबे भाषणों में सबको याद किया गया। क्या किसी को इन भाषणों में उन हजारों मजदूरों के लिए भी आभार का एक शब्द सुनाई दिया जिनकी मेहनत से यह विश्वस्तरीय आयोजन संभव हो सका। शायद यह अनजाने में होने वाली भूल हो या फिर यह भी हो सकता है कि ऐसा करना जरुरी ना लगा हो। वैसे भी,...
More »शोषण का खेल चालू है..- शिरीष खरे
राष्ट्रमंडल खेल दिल्ली को दुनिया के बेहतरीन खेल शहरों में शामिल कर जायेंगे. यह अभी तक के सबसे मंहगे राष्ट्रमंडल खेल होंगे. यह अभी तक के सबसे सुरक्षित राष्ट्रमंडल खेल भी होंगे. राष्ट्रमंडल खेलों के सफ़ल आयोजन के साथ ही भारत को एक ओर्थक महाशक्ति के रूप में पेश कर सकेंगे. रुकिए-रुकिए. बड़े-बड़े दावों के बीच से कहीं यह उपलब्धि भी छूट न जाये कि मजदूरों के नाम पर उपकर के...
More »