इस समय देश में मोबाइल फोन के उपभोक्ताओं की संख्या अस्सी-नब्बे करोड़ के बीच पहुंच गई है और कुछ लाचारी तथा कुछ जरूरतों के आधार पर एक-एक व्यक्ति दो-तीन मोबाइल फोन रखने को बाध्य हो रहा है। जमीनी फोन की संख्या घटी है और उसके पीछे भी महत्त्वपूर्ण कारण नब्बे के दशक से एक तरफ देश में मोबाइल फोन के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ना और दूसरी तरफ जमीनी फोन...
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बैंक ने कराई कर्ज वसूली की मुनादी, किसान ने दे दी जान
होशंगाबाद,ब्यूरो । बनखेड़ी के तिनसरी गांव में सहकारी समिति का एक लाख 86 रुपए कर्ज होने और सहकारी बैंक द्वारा कर्ज वसूली के लिए गांव में मुनादी कराकर नाम सार्वजनिक करने तथा तहसीलदार द्वारा कुर्की का नोटिस जारी करने से परेशान एक किसान ने शुक्रवार की रात जहर खाकर आत्महत्या कर ली। द बनखेड़ी तहसील के तिनसरी गांव के किसान नेत सिंह (47) ने शुक्रवार की रात कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर...
More »बुंदेलखंड: न चारा, न पानी, जानवर बेच रहे हैं किसान
सूखे से झुलस रहे बुंदेलखंड में स्थितियां और भयावह हो चली हैं। हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दो वक्त की रोटी के लिए ग्रामीण अपने पशु बेच रहे हैं। पशुओं के खरीदार नहीं मिल रहे हैं, चारे पानी का जबरदस्त संकट है लिहाजा पशुपालक भारी मन से औने-पौने दामों में इनसे पीछा छुड़ा रहे हैं। कई गांव ऐसे भी हैं जहां के लोगों ने अपने...
More »छत्तीसगढ़, बंगाल और बिहार में 22 से 24 घंटे बिजली, झारखंड में यह सपना
15 साल पहले झारखंड राज्य बना था. इसके बाद जाे मंत्री या बाेर्ड का चेयरमैन बना, उसने 24 घंटे बिजली देने का संकल्प दाेहराया. इसी झारखंड में कई ऐसे क्षेत्र-जिले हैं, जहां 24 घंटे में सिर्फ 10-12 घंटे (गढ़वा में ताे 6 से 8 घंटे ) ही बिजली मिल रही है. राजधानी रांची में बुरा हाल है. बार-बार बिजली आती-जाती है. छत्तीसगढ़ भी झारखंड के साथ...
More »ग्लेशियर सिकुड़ने से नहीं सूखेंगी नदियां-- रजा शास्त्री
ग्लेशियरों के सिकुड़ने या पिघलने से नदियों में पानी खत्म नहीं होगा। उच्च हिमालय क्षेत्र के ग्लेशियरों से गंगा व ब्रह्मपुत्र बेसिन में आने वाले पानी का अध्ययन करने के बाद वैज्ञानिकों ने खुलासा किया है कि ग्लेशियरों के सिकुड़ने से नदियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अध्ययन के मुताबिक हिमालय की मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए कम से कम इस शताब्दी में तो नदियों में पानी की मात्रा पर कोई...
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