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विशाल श्रम बल का लाभ लें-- आकार पटेल

अगले चार वर्षों में भारत में कामकाजी लोगों की संख्या करीब 87 करोड़ हो जायेगी. इस तरह भारत विश्व में सबसे ज्यादा कामकाजी आबादी वाला देश बन जायेगा. जब कोई देश ऐसी स्थिति में होता है, कि वहां कामकाजी आबादी का प्रतिशत उच्च स्तर पर पहुंच जाता है, तब वह कुछ पाने की उम्मीद करने लगता है. ऐसी स्थिति को जनसांख्यिकीय विजाभन (डेमोग्राफिक डिविडेंड) कहते हैं. इसका अर्थ यह...

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इस साल आर्थिक वृद्धि 7.6 प्रतिशत रहेगी: रिजर्व बैंक

मुंबई: भारत का निकट भविष्य में आर्थिक वृद्धि परिदृश्य पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले बेहतर नजर आता है और वर्ष 2016-17 में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत रहने की उम्मीद है. रिजर्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है. बैंक की 2015-16 की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘वर्ष 2016-17 में सकल मूल्य वर्धित (जीवीए) वृद्धि 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है जो पिछले साल हासिल...

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ग्राहक सूची में गड़बड़ी, उज्जवला योजना की सूची में करोड़पति भी

जगदलपुर। उज्जवला योजना के तहत खाद्य विभाग द्वारा वार्डों में जारी हितग्राहियों की सूची में भारी गड़बड़झाला नजर आ रहा है। वर्ष 2011 के जनगणना सर्वे सूची के आधार पर बनाए गए हितग्राहियों की इस सूची में कांग्रेस के दिग्गज करोड़पति नेता के परिवार समेत धनिक लोगों के नाम शामिल हैं। सरकार की उज्जवला योजना के तहत जिले में एक लाख 22 हजार बीपीएल परिवार को रसोई गैस कनेक्शन प्रदाय किया...

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6 KM पैदल चलकर अस्पताल पहुंची गर्भवती महिला

बड़ामलहरा। पहुंच मार्ग दलदल में तब्दील होने से एक गर्भवती महिला को 6 किमी रास्ता पैदल तय करना पड़ा। इसके बाद उसे अस्पताल में प्रसव सेवाएं उपलब्ध हो सकीं। जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत सरकना स्थित मजरा समरेठा पहुंच मार्ग की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। हाल ही में हुई बारिश के चलते यह रास्ता तालाब का रूप ले चुकी है। ऐसी स्थिती में ग्रामीणों को शासकीय सेवाओं का...

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बाढ़ अब हर साल का किस्सा है-- दिनेश मिश्र

हाल के वर्षों तक बाढ़ को ग्रामीण समस्या के रूप में ही देखा जाता था और हमेशा बाढ़ से ग्रस्त रहने वाले इलाकों के लोगों, जो मुख्यत: किसान होते थे, की मान्यता थी कि बाढ़ आती है और चली जाती है। ऐसा विरले ही होता कि कभी ढाई दिन से ज्यादा टिकी हो। लेकिन हमारे बाढ़-नियंत्रण के प्रयासों ने अब गांवों की कौन कहे, शहरी क्षेत्रों को भी अपने में...

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