चम्बा, जागरण कार्यालय: पहाड़ का कुदरती रूप से उगने वाला फल चुलू ग्रामीणों की आर्थिकी का जरिया बन सकता है। इसकी बहुउपयोगिता को देखते हुए गोविन्द बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय रानीचौरी के वैज्ञानिक इसके व्यावसायिक उपयोग पर जोर दे रहे है। इसके तहत ग्रामीणों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। चुलू अर्थात जंगली खुमानी जिसके पेड़ गांवों में कुदरती रूप से उगते आए हैं। गोविंद बल्लभ पंत कृषि एंव प्रौद्योगिकी...
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संभावना का परिसर
जनसत्ता 18 दिसंबर, 2011 : बहुत दिनों से जलगांव में बन रहे ‘गांधी शोध संस्थान’ के बारे में सुन रहा था। इसे देखने-समझने और जो लोग इसके पीछे हैं उनसे मिलने की इच्छा और उत्सुकता थी। पर मैं इन लोगों को नहीं जानता था, इसलिए संकोच होता था। पर आखिरकार जलगांव जाने का मौका मिल ही गया। वहां एक बडेÞ उद्योगपति हैं भंवरलाल जैन, जिन्होंने टपक-सिंचाई (ड्रिप इरिगेशन) के क्षेत्र में...
More »खनन माफिया और प्रशासन के बीच जारी है लुकाछिपी का खेल
फिरोजपुर झिरका, संवाद सहयोगी : रवा गाव के अरावली पहाड़ में अवैध खनन करने वाले खनन माफिया एवं प्रशासन के बीच चूहे-बिल्ली का खेल चल रहा है। कुछ खनन माफियाओं द्वारा पहाड़ में अवैध खनन करके बनाए गए रास्तों को प्रशासन द्वारा जगह-जगह से काटने के बाद खनन माफियाओं ने जेसीबी से भरकर पुन: रास्ते को शुरू कर दिया। इस रास्ते पर प्रशासनिक अधिकारियों ने पाच जगहों से जेसीबी से गहरी...
More »मीडिया के खिलाफ लामबंदी : श्रवण गर्ग
मीडिया को लेकर देश के लगभग सभी राजनीतिक दल इस समय परेशान हैं। अधिकांश विपक्षी दल भी कम से कम इस एक मुद्दे पर तो सरकार के साथ हैं कि मीडिया पर लगाम लगाने की जरूरत है। सत्तारूढ़ सरकारें समय-समय पर मीडिया को कसने के प्रयोग करती रही हैं। आपातकाल के दौरान भी विपक्ष के पैरों में बेड़ियां व मीडिया के हाथों में चूड़ियां पहनाई गई थीं। मीडिया का एक प्रभावशाली वर्ग...
More »मीडिया और पूंजी का स्वर्णमृग : मृणाल पाण्डे
एक बेहतरीन संपादक सेना के कमांडर की तरह होता है। उसकी नियुक्ति भले ही उसके चमत्कृत करने वाले निजी कौशल से संभव हुई हो, पर उसके बाद उसकी निजी बौद्धिक क्षमता से कहीं अधिक महत्व उसकी कुशल रणनीति और सैन्य-संचालन क्षमता का बन जाता है। हमारे संविधान ने सभी नागरिकों को अभिव्यक्ति की आजादी का समान हक दिया है, जिनमें मीडियाकर्मी भी शामिल हैं। उनके लिए (अमेरिका की तरह) अतिरिक्त आजादी का...
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