बीते सोमवार की रात को, दवाओं की कीमतों के नियामक, राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सबको चौंका दिया. उसने उन 108 दवाओं को नियंत्रण से मुक्त कर दिया है, जिन्हें उसने दो महीने पहले ही ‘जनहित' के आधार पर मूल्य नियंत्रण के तहत लिया था. उसने इसकी कोई वजह नहीं बतायी. सिर्फ इतना कहा कि भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रलय के...
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क्या गरीबी कभी खत्म हो सकती है?- लार्ड मेघनाद देसाई
लॉर्ड मेघनाद देसाई भारतीय मूल के ब्रिटिश अर्थशास्त्री और लेबर पार्टी से जुड़े राजनीतिज्ञ हैं. वह अर्थशास्त्र के विश्वविख्यात संस्थान, लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में प्रोफेसर रह चुके हैं. उन्होंने कई किताबें लिखी हैं. उनके 200 से ज्यादा लेख अकादमिक जर्नलों में प्रकाशित हो चुके हैं. वह कई भारतीय व ब्रिटिश अखबारों के लिए नियमित स्तंभ लिखते हैं. 5 सितंबर 2014 को उन्होंने पटना स्थित एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट (आद्री) में...
More »शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है इबोला: संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पश्चिम अफ्रीका में इबोला के प्रकोप को सुरक्षा के लिए खतरा घोषित किया है साथ ही कहा कि संयुक्त राष्ट्र इससे अकेले नहीं निपट सकता. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख बान की मून ने इस बीमारी को रोकने के लिए आपात स्वास्थ्य मिशन तैनात करने का फैसला किया है. सुरक्षा परिषद को कल अपनी टिप्पणी में बान ने कहा कि बीमारी को रोकने के लिए...
More »पहले 24 घंटे में दम तोड़ देते हैं दस लाख नवजात
संयुक्त राष्ट्र। हर साल 10 लाख नवजात बच्चे जन्म लेने के 24 घंटे में दम तोड़ देते हैं। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में दी गई। जानकारी के मुताबिक, बच्चे जिन बीमारियों के चलते दम तोड़ते हैं, उनमें से ज्यादातर का इलाज संभव है। शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2014 को संयुक्त राष्ट्र बच्चों के अस्तित्व को बचाने के वायदे के तौर पर मना रहा है। यूनिसेफ की...
More »जन-स्वास्थ्य से खुलेगी तरक्की की राह - बिल गेटस्
मैंने 1980 के दशक में जब भारत में आना शुरू किया, तो मैं यहां के आईटी क्षेत्र की बढ़त और उद्यमिता की सोच को देखकर अचंभित हो गया। भारत के एक नियमित पर्यटक के रूप में मैं यह मानता हूं कि देश का भविष्य काफी उज्जवल है। लेकिन एक चीज, जिससे भारत के उज्जवल भविष्य की संभावनाएं और भी बढ़ सकती हैं, वह है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य पर अधिक निवेश।...
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