-आउटलुक हिंदी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दशक का पहला बजट पेश करते हुए उसकी थीम “आकांक्षी भारत, आर्थिक विकास और हितैषी समाज” बताई। इस बजट से आम आदमी, किसान, कॉरपोरेट जगत को भी कई सारे आकांक्षाए थी। उसे उम्मीद थी कि मंदी के भंवर में फंस चुकी अर्थव्यवस्था को निकालने के लिए वित्त मंत्री लोगों के बजट में इजाफा करेंगी। इसके लिए उन्होंने टैक्स छूट का ऐलान भी किया। बजट...
More »SEARCH RESULT
जनधन योजना: खुले 15 करोड़ खाते, लेकिन अब तक केवल 172 क्लेम
नई दिल्ली। मोदी सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना जनधन के तहत क्लेम के मामले काफी कम आ रहे हैं। मनीभास्कर को मिली जानकारी के अनुसार बीमा कंपनियों ने अभी तक क्लेम के केवल 172 मामलों का निपटारा किया है। जबकि योजना के तहत 15 करोड़ लोगों के खाते खोले जा चुके हैं। बैंकों और बीमा कंपनियों के अनुसार क्लेम के मामले कम आने की एक प्रमुख वजह क्लेम की प्रक्रिया जटिल...
More »अबकी बार केवल सरकार- शंकर अय्यर
पिछले तीन महीने में भारत ने बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। यह सरकार विहीन यथार्थ से विपक्ष विहीन यथार्थ की स्थिति में आ गई है। निष्क्रियता और अयोग्यता का एक चक्र पूरा हो चुका है। ऐसे में, जनादेश को इस तरह भी अभिव्यक्त किया जा सकता है-अबकि बार केवल सरकार, कोई विपक्ष नहीं! सांसद आपस में मजाक करते देखे जा रहे हैं कि एनडीए के सभी सदस्यों के बैठने...
More »3 करोड़ का मालिक है नॉन मेडिकल सुपरवाइजर, मचा हड़कंप
जांजगीर-चांपा. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने मंगलवार को एक सरकारी डॉक्टर और नॉन मेडिकल सुपरवाइजर (एनएमएस) के यहां छापा मारकर करीब आठ करोड़ की अघोषित संपत्ति का खुलासा किया। जांजगीर में एनएमएस रामकुमार थवाईत के पास से 3 करोड़ और चांपा में डॉक्टर राजेश के चंद्रा से करीब 5 करोड़ की संपत्ति मिली। चंद्रा के बिलासपुर व रायपुर में आलीशान बंगले हैं। बताया गया कि एनएमएस थवाईत और डॉक्टर चंद्रा...
More »‘जनश्री’ से सरकार खींच रही हाथ, चलाई ‘आम आदमी योजना’
नागपुर। तीन साल तक दोनों हाथ से धन बरसाने के बाद सरकार अब गरीबों के लिए बनी ‘जनश्री बीमा योजना’ से धीरे-धीरे हाथ खींच रही है। सरकार कितना धन बांट चुकी है, इसका अंदाजा इस बात से चलता है कि नागपुर मंडल में इसके लगभग 5 लाख बीमा धारक हैं। गत वर्ष 1 लाख 70 हजार 4 सौ बच्चों को छात्रवृत्ति बांटी गई है। एनजीओ के माध्यम से योजना उल्लेखनीय है कि सरकार ने गरीबों...
More »