डाउन टू अर्थ, 29 दिसम्बर मौसम विभाग के मुताबिक, आज 29 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कई हिस्सों में लोगों को घने से बहुत घने कोहरे से दो चार होने की आशंका जताई गई है। वहीं आज, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, उत्तरी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश, बिहार, ओडिशा, असम और मेघालय तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाने के आसार...
More »SEARCH RESULT
वाराणसी में सौर ऊर्जा से बुनकरी के पेशे में जागती उम्मीद, लेकिन अभी लंबा सफर बाकी
मोंगाबे हिंदी, 17 नवम्बर उत्तर प्रदेश के वाराणसी में विश्व-प्रसिद्द बनारसी साड़ी बनाने वाले कई बुनकरों की तरह ही उनत्तिस साल के उबैद अहमद भी बिजली की अपर्यात आपूर्ति और बेवक्त कटौती को लेकर परेशान थे। बिजली की अपर्यात आपूर्ति की वजह से कारीगरों को अपने काम के घंटे और बुनाई पूरी करने के लिए रात में देर तक काम करना पड़ता था, वहीं बेवक्त कटौती से उनके माल की गुणवत्ता...
More »कितनी कामयाब हुई नमामि गंगे?
द थर्ड पोल, 17 अक्टूबर एक 26 साल की महिला, जानकी देवी का जीवन उनके पति की रोजमर्रा की दिहाड़ी से चलता है। उत्तर प्रदेश के पवित्र शहर वाराणसी में गंगा की सहायक नदी, अस्सी के किनारे वह एक छोटे से घर में रहती है। घर में गंदे पानी की दुर्गंध है। बाहर, अस्सी नदी बह रही है जो काफी स्याह दिख रही है। इन लोगों के शौचालय के लिए अस्सी के ऊंचे...
More »ग्राउंड रिपोर्ट: बेमौसम बारिश ने फसलों को किया बर्बाद, सरकारी राहत से भी किसानों को नाउम्मीदी
जनचौक, 23 मार्च बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि की वजह से पूर्वांचल के किसानों को भी गेहूं समेत अन्य फसलों के नुकसान का सामना करना पड़ा है। पिछले एक सप्ताह में दो बार मौसम की मार झेल चुके किसानों के लिए अभी परेशानी कम नहीं हुई है। मौसम विज्ञानियों के पूर्वानुमान के अनुसार अभी भी आफत की बारिश का सामना करना पड़ सकता है। उधर यूपी सरकार ने पीड़ित किसानों को मुआवजे...
More »जयंती पर विशेष: वर्तमान में नहीं रही प्रेमचंद युग की पत्रकारिता
जनचौक, 31 जुलाई वाराणसी। प्रेमचंद जी कहते हैं कि समाज में ज़िन्दा रहने में जितनी कठिनाइयों का सामना लोग करेंगे उतना ही वहां गुनाह होगा। अगर समाज में लोग खुशहाल होंगे तो समाज में अच्छाई ज़्यादा होगी और समाज में गुनाह नहीं के बराबर होगा। प्रेमचन्द ने शोषित वर्ग के लोगों को उठाने का हर संभव प्रयास किया। उन्होंने आवाज़ लगाई ‘ए लोगों जब तुम्हें संसार में रहना है तो जिन्दों...
More »