मोंगाबे हिंदी, 9 अक्टूबर पाही भूमिज उस दिन को याद करके कांप उठती हैं। वह कहती हैं कि मौत से बच निकलने के लिए वह ऊपर वाले की शुक्रगुजार है। भूमिज असम के शिवसागर जिले के एक गांव में रहती हैं। इस साल पांच मई को वह अपने गांव से सटे एक चाय बागान में काम करने गई। 16 साल की भूमिज को चाय के पत्ते तोड़ने के लिए अस्थायी रूप से...
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क्या हमें पता है कि बीते दो महीनों में हमारे यहां सांपों के काटने से 20 हजार लोग मर चुके हैं
-सत्याग्रह, कुछ बीमारियां तो मौसमी हैं जो खास समय और जलवायु में फैलती हैं. और कुछ कोविड-19 की तरह अचानक ही हमारे सामने आ जाती हैं. लेकिन क्या तमाम मौसमी बीमारियों और कोरोना महामारी के बीच किसी को इस बात की भी सुध है कि बीते दो महीनों में 20 हज़ार से ज्यादा लोग ‘सर्पदंश’ के शिकार होकर हमारे बीच नहीं हैं. पिछले पखवाड़े राजस्थान के बूंदी ज़िले की बालचंदपाड़ा तहसील में...
More »पिछले 20 सालों में सांप डसने से हुई 10 लाख से अधिक भारतीयों की मौत
हाल ही में, ‘ट्रेंडस् इन स्नेकबाइट मोर्टिलिटी इन इंडिया फ्रॉम 2000 टू 2019’ नामक एक शोध लेख प्रकाशित हुआ है, जोकि राष्ट्रीय स्तर पर, भारत में सांप के डसने मृत्यु दर के रुझानों से अवगत कराता है. शोध लेख के मुताबिक, जहरीले सांपों के डसने के कारण पिछले दो दशकों में 10 लाख से अधिक भारतीयों की मौत हुई है. ओपन एक्सेस जर्नल elifesciences.org में प्रकाशित इस शोध-आधारित अध्ययन में...
More »विषरोधी दवा का स्टॉक खाली
जबलपुर. बारिश की शुरुआत में ही सर्पदंश के मामले बढ़ गये हैं पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और सामुदायिक चिकित्सालयों में इसकी दवा का स्टॉक खाली है। स्वास्थ्य विभाग दावा कर रहा है कि विषरोधी एण्टी स्नेक वेनम सभी अस्पतालों में पहुंचा दिया गया है,लेकिन हकीकत यह है कि गांवों के अस्पतालों से सर्पदंश पीड़ित निराश लौट रहे हैं। विक्टोरिया अस्पताल में एक जून से अभी तक तीन मामले सर्पदंश के आये,...
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