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न्यूज क्लिपिंग्स् | Covid के गहराते संकट के बीच ऊंची महंगाई दर क्यों भारत की अगली बड़ी चिंता हो सकती है

Covid के गहराते संकट के बीच ऊंची महंगाई दर क्यों भारत की अगली बड़ी चिंता हो सकती है

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published Published on Apr 24, 2021   modified Modified on Apr 24, 2021

-द प्रिंट,

दुनियाभर की सरकारों ने महामारी से निपटने के लिए अपने वित्तीय ख़र्च को बढ़ाया है. साथ ही साथ केंद्रीय बैंकों ने, नक़दी में भी इज़ाफा किया है. अमेरिका में ये डर ज़ाहिर किया जा रहा है कि विस्तारक वित्तीय तथा मौद्रिक नीतियों से, ओवरहीटिंग की स्थिति पैदा हो सकती है. इसकी वजह से अमेरिका में महंगाई दर तेज़ी से बढ़ सकती है, क्योंकि वैक्सीन्स की सहायता से अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के साथ, लोग ज़्यादा ख़र्च करने लगते हैं.

भारत में, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) मार्च में 5.52 प्रतिशत था, जबकि फरवरी महीने में ये 5.03 प्रतिशत, और जनवरी में 4.06 प्रतिशत था. सीपीआई महंगाई में वृद्धि, ईंधन और यातायात ख़र्च बढ़ने की वजह से हुई थी, जिसके साथ ही खाद्य पदार्थों के कुछ घटकों में भी इज़ाफा हुआ था.

उसके अलावा इस समय देशभर में कोविड-19 मामलों में रिकॉर्ड उछाल, ख़ासकर ऐसे समय जब उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में रिकवरी शुरू हो गई है, महंगाई दर पर ऊपर की ओर गंभीर दबाव बना सकता है.

ऊंची वैश्विक महंगाई दर, वस्तुओं के बढ़ते दाम, स्थानीय लॉकडाउन्स और कमज़ोर रुपया, भारत में क़ीमतों को बढ़ा सकते हैं.

आपूर्ति में बाधाएं

जहां अमेरिका में कुछ लोग इस बात से चिंतित हैं कि मांग की ओर से पड़ने वाले प्रभाव महंगाई दर को बढ़ा सकते हैं, वहीं भारत में आपूर्ति की ओर से भी इस पर असर पड़ने की अपेक्षा है.

जैसे-जैसे कोविड में उछाल आता है और मौतें बढ़ती हैं, चरमराती स्वास्थ्य प्रणालियां राज्य तथा शहरों की सरकारों को, कर्फ्यू लगाने और आवाजाही पर पाबंदी लगाने की ओर ढकेल सकती हैं. स्थानीय लॉकडाउन्स और आपूर्ति में बाधाएं, अभी कुछ और समय तक बने रह सकती हैं.

हालांकि सरकार और कारोबार पिछले साल के मुक़ाबले ज़्यादा बेहतर ढंग से तैयार हैं, लेकिन इस समय जो उछाल देखा जा रहा है, उसके लिए ये तैयारी पूरी पड़ने की संभावना नहीं है. ऐसा लगता है कि किसी ने भी, इतने बड़े आकार की दूसरी लहर की अपेक्षा नहीं की थी.

आपूर्ति में ये बाधाएं अपने आप से क़ीमतों को बढ़ा सकती हैं.

पूरी रपट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें. 


इला पटनायक and राधिका पांडेय, https://hindi.theprint.in/ilanomics/why-higher-inflation-could-be-india-next-big-worry-amid-worsening-covid-crisis/213073/


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