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न्यूज क्लिपिंग्स् | छत्तीसगढ़-- स्वास्थ्य केंद्र से गर्भवती को भगाया, जंगल में हुआ बच्चे का जन्म

छत्तीसगढ़-- स्वास्थ्य केंद्र से गर्भवती को भगाया, जंगल में हुआ बच्चे का जन्म

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published Published on May 23, 2016   modified Modified on May 23, 2016
सिंगीबहार/जशपुरनगर (निप्र)। उप स्वास्थ्य केंद्र सिंगीबहार की एएनएम ने रविवार 22 मई की सुबह प्रसव पीड़ा से तड़प रही एक गर्भवती महिला को भगा दिया। इस बीच परिजन महिला को लेकर तपकरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए रवाना हुए, लेकिन महिला ने बीच रास्ते में पड़ने वाले बाबूसाजबहार के जंगल में बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद परिजन प्रसूता और बच्चे को घर ले गए। मामले की जानकारी होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने जच्चा-बच्चा की सुध नहीं ली।

जानकारी के मुताबिक हीरामनी बाई पति सुरेन्द्र राम (25) प्रसव के लिए अपने मायके सिंगीबहार आई थी। परिजनों ने बताया कि रविवार की सुबह दर्द शुरूु होने पर हीरामनी बाई को लेकर वे सिंगीबहार स्थित उप स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे। जहां पर एनएनएम हेमलता सिंह ही ड्यूटी पर मौजूद थी। परिजनों के अनुसार एएनएम ने काम में व्यस्त होने का हवाला देते हुए गर्भवती को प्रसव के लिए तपकरा या फरसाबहार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाने के लिए कह दिया।

इधर महिला प्रसव पीड़ा से तड़पती रही और परिजनों ने कई बार उप स्वास्थ्य केंद्र में ही प्रसव कराने की गुहार लगाई, लेकिन एनएनएम ने उनकी नहीं सुनी। इससे हीरामनी बाई की तबीयत बिगड़ने लगी। आखिरकार परिजन उसे निजी वाहन से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तपकरा के लिए रवाना हुए। इस दौरान रास्ते में ही बाबूसाजबहार के जंगल में गर्भवती महिला हीरामनी ने एक बालक को जन्म दिया। परिजनों के अनुसार जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। प्रसव के बाद परिजन दोनों को वापस घर ले गए।

 

सवालों के घेरे में स्वास्थ्य विभाग
प्रदेश में इन दिनों सुघ्घर महतारी सुघ्घर लइका कार्यक्रम का प्रचार जोर-शोर किया जा रहा है। योजना का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार के साथ ही नियमित स्वास्थ्य जांच उपलब्ध करा कर सुरक्षित प्रसव कराना है। इसके साथ संस्थागत प्रसव बढ़ाने पर भी शासन-प्रशासन का जोर है। सिंगीबहार की घटना ने सरकारी दावों की पोल खोलकर रख दी है।

 

 

इनका कहना है
इस संबंध में बीएमओ से चर्चा हुई है। उन्होंने बताया है कि एएनएम ने प्रसूता को तपकरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए रेफर किया था, लेकिन तपकरा पहुंचने से पहले बाबूसाजबहार गांव के पास प्रवस हो गया ।
बीबी बोर्डे, सीएमएचओ, जशपुर
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