Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 150
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 151
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
न्यूज क्लिपिंग्स् | बंजर खेत भी उगलेंगे सोना

बंजर खेत भी उगलेंगे सोना

Share this article Share this article
published Published on Jun 21, 2010   modified Modified on Jun 21, 2010

हल्द्वानी(नैनीताल)। वनाच्छादित उत्तराखंड की 4.50 लाख हेक्टेयर बंजर भूमि भी अब सोना उगलेगी। मनरेगा से डबटेल कर कृषि विभाग ने एक ऐसी योजना बनायी है, जिससे किसान अपनी बंजर भूमि पर खेती कर अतिरिक्त पारिश्रमिक भी अर्जित कर सकेंगे। बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने का तरीका किसानों को कृषि विभाग समझाएगा। कम से कम पचास नाली बंजर का सुधार करने पर किसानों को उससे उपजी फसल तो प्राप्त होगी ही, साथ ही अतिरिक्त 15 हजार रुपये भी मिलेंगे।

उत्तराखंड राज्य के कुल क्षेत्रफल 53484 वर्ग किमी. में से 34434 वर्ग किमी. वन आच्छादित है। एक अनुमान के अनुसार करीब 12191 वर्ग किमी. में आवासीय व सेज विकसित हो चुके हैं, इसलिए कृषि भूमि एवं वनों के क्षरण से जलवायु में परिवर्तन हो रहा है। इसके मद्देनजर कृषि विभाग अपने बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए जद्दोजहद करने में लगा है। उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक बंजर भूमि को उपजाऊ बनाकर पलायन रोकने की भी मंशा सरकार ने पाली है। सूत्रों का कहना है कि किसान जैसे ही बंजर भूमि में खेती की कवायद शुरू करेगा, वैसे ही कृषि एवं संबंधित विभागों द्वारा उसे तकनीकी सहयोग दिया जाने लगेगा। कृषि योजनाओं के जरिये बीज-खाद आदि मुहैया कराये जाएंगे। वहीं किस क्षेत्र में कौन सी फसल लाभदायक होगी, इसका निर्धारण भी संबंधित विभाग ही करेंगे। बताया जाता है कि सामुदायिक आधार पर दो सौ नाली के सुधार के बाद 15 हजार की लिमिट नहीं होगी। इसके लिए कलस्टर बनाकर लक्ष्य देने की भी कवायद शुरू कर दी गयी है और वातावरण के अनुसार फसलों का चयन करने की तैयारी है। इस बंजर सुधार योजना के लिए कृषि विभाग को नोडल अधिकारी बनाया गया है। मनरेगा की धनराशि कृषि विभाग के खाते में आएगी। इसके साथ ही किसानों को बायोगैस व जैव कटर उपलब्ध कराये जाएंगे। विभाग ने प्रदेश के सभी 670 न्याय पंचायतों को 100 से 200 नाली का लक्ष्य निर्धारित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

इस संबंध में प्रदेश के कृषि मंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का कहना है कि उत्तराखंड की बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने पर सरकार की नजर है। ऐसा हो जाने पर कृषि क्षेत्र में क्रांति आ जाएगी। मनरेगा से डबटेल कर किसानों को अतिरिक्त मानदेय देने की जो योजना बनायी गयी है, वह अपने आप में खास है। यह योजना निश्चित रूप से प्रदेश की खेती में मील का पत्थर साबित होगी।


http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_6507820.html


Related Articles

 

Write Comments

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close