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हाशिए पर रखी गई भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था और इसकी चुनौतियां

रूरल वॉयस, 04 जनवरी ग्रामीण अर्थव्यवस्था काफी जटिल है। इसमें कृषि के साथ उद्योग और सेवाएं भी हैं। लेकिन वहां ज्यादातर गतिविधियां असंगठित क्षेत्र में होती हैं। इनमें शहरी इलाकों की तुलना में आमदनी कम होती है। यही कारण है कि देश की 70 प्रतिशत आबादी ग्रामीण होने के बावजूद सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में उनका योगदान शहरी क्षेत्रों की तुलना में बहुत कम है। रोजगार के पर्याप्त अवसर न होने के...

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शून्य से नीचे तापमान में भी लद्दाख के किसान कर रहे गोभी, टमाटर और पालक जैसी कई सब्जियों की खेती

 गाँव कनेक्शन, 26 दिसंबर लद्दाख के खालसी गाँव के 50 साल के रिंचा अंगचुक पेशे से किसान हैं। उनके लिए सर्दियों के महीने हमेशा से संघर्षपूर्ण हुआ करते थे। कड़ाके की ठंड से बचने के अलावा, अपनी पत्नी और दो बेटियों को खिलाने के लिए पौष्टिक सब्जियां ढूंढना हमेशा से एक चुनौती रहा था। अंगचुक ने गाँव कनेक्शन को बताया, "सर्दियों के महीनों में टमाटर की कीमत 150 रुपये से 200...

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प्राकृतिक और जैविक खेती में है असीम संभावनाएं

कृषि जागरण, 17 नवम्बर आमतौर पर जब हम कोई पौधा अपने घर के बगीचे में लगाते हैं तो उसकी लगातार देखभाल करते हैं लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि जो फल और फूल देने वाले पौधे और पेड़ जंगलों में उगते हैं, उनकी देखभाल कौन करता है? यह प्राकृतिक रूप से कैसे विकसित हो जाते हैं और कैसे फलों और फूलों से लद जाते हैं. यह जंगल के पशु पक्षियों...

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ग्रे व्हेल की संख्या में क्यों आ रही है गिरावट?

 न्यूज़लॉन्ड्री, 08 नवम्बर नेशनल ओशनिक एंड एटमोस्फियरिक एडमिनिस्ट्रेशन फिशरीज (एनओएए) के एक नए आकलन के अनुसार, पिछले 2 वर्षों में उत्तरी अमेरिका के पश्चिमी तट पर रहने वाली ग्रे व्हेल की संख्या में गिरावट जारी है. इनकी आबादी अब 2015 और 2016 में अपने चरम से 38 प्रतिशत नीचे बताई जा रही है. रिपोर्ट बताती है कि 1994 में गणना शुरू होने के बाद से आबादी ने इस साल रिकॉर्ड पर सबसे...

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आमदनी दुगनी के बजाए, आधी रह गई

कृषक जगत, 01 नवम्बर केन्द्र सरकार ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दुगना करने का लक्ष्य रखा है। वर्ष 2022 को गुजरने में अब मात्र दो माह का समय शेष है। हालांकि सरकार ने इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु 2015-16 को आधार वर्ष माना है, जहां किसान की औसत वार्षिक आय रुपये 93216 आंकलित की गई थी। बेशक गत छ: वर्षों में फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में पूर्व...

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