SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 53

आंध्र में बारिश: मृतकों की संख्या 42 हुई, 84,000 से अधिक लोग विस्थापित

हैदराबाद: आंध्र प्रदेश में पिछले पांच दिनों से जारी भारी बारिश के कारण दीवार ढहने जैसी वर्षा जनित विभिन्न आपदाओं में अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब आठ लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसल डूब गयी है. आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि उत्तर पूर्वी मानसून और निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण हुई भारी बारिश और बाढ़ में पांच लोग लापता भी हो गए हैं.उन्होंने बताया कि 84,769...

More »

समुद्र से तबाही के तूफान- संदीप निगम

चक्रवाती तूफान ‘फैलिन’ तबाही की कहानी लिख कर कमजोर पड़ चुका है. देश की वैज्ञानिक प्रगति, मौसम विभाग की सटीक भविष्यवाणी और आपदा प्रबंधन को लेकर राज्य एवं केंद्र सरकारों के बीच सही तालमेल ने साबित किया कि प्रकृति के कहर को रोका भले न जा सकता हो, लेकिन इसके असर को न्यूनतम किया जा सकता है. समुद्र से चक्रवाती तूफान उठने के कारणों और उसके विभिन्न प्रकार की जानकारी दे रहा...

More »

आपदा प्रभावित किसानों को मदद - शरद पवार की जानकारी

नई दिल्ली - सूखे एवं बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं की वजह से जिन छोटे एवं मझोले किसानों की 50 फीसदी या इससे अधिक फसलों का नुकसान हो गया है, उन्हें मदद दी गई है। लोकसभा में आज यह सूचना दी गई। कृषि मंत्री शरद पवार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार ने तूफान, बादल फटने, सूखे, बाढ़, भूकंप, भूस्खलन, कीड़ों...

More »

हुण कोई उम्मीद नहीं बचीः 100 घंटे बीते, 62 बचाए,13 शव निकाले

जालंधर. शीतल फाइबर्स के मलबे में क्या कोई नहीं बचा है? बचाव दल एनडीआरएफ (नेशनल डिजास्टर रेस्क्यू फोर्स) ने जीवित लोगों की तलाश खत्म करने के साथ ही इसके पिलरों पर लिख दिया है - नो विकटिम लाइव। यानी अब कोई मजदूर नहीं बचा है। फोर्स ने वीरवार की रात नया ऑपरेशन शुरू किया। यह काम है शवों की निशानदेही करना। वैसे चमत्कार की आस खत्म नहीं हुई है। जीवित लोगों की...

More »

84 घंटे बाद आई आवाज, मैं जिंदा हूं

हादसे को पांच दिन हो गए। पांच दिन बाद भारी-भरकम मलबे के नीचे किसी के जिंदा होने की कल्पना भी असंभव सी लगती है, लेकिन अचानक घटना के 84 घंटे बाद मलबे से आई एक पांच सैकेंड की फोन कॉल ने कई श्रमिकों के परिजनों के हृदय में वह आस जगा दी है, जिसे वह पूरी तरह छोड़ चुके थे। एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर काम कर रही थी। इस...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close