अर्थव्यवस्था में तीव्र विकास के बावजूद कृषि और किसानों की स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है. पिछले साठ वर्षो में प्रत्येक सरकार ने कृषि में सुधार का संकल्प लिया है, किंतु स्थिति बिगड़ती गयी है, जैसा कि आत्महत्या की बढ़ती संख्या से अनुमान लगता है. मूल कारण यह है कि सरकार का ध्यान कृषि उत्पादन में वृद्धि की ओर ज्यादा रहा है, मूल्यों में वृद्धि की ओर कम. मान्यता है कि...
More »SEARCH RESULT
किसानों को किराए पर ट्रैक्टर देगी सरकार
भोपाल. किसानों के खेतों की जुताई अब सरकारी ट्रैक्टर करेंगे। इसके लिए किसान को काफी कम किराया चुकाना होगा। योजना को इसी खरीफ सीजन से प्रदेश में लागू किया जा रहा है। ई-टेंडर के जरिए अब तक 800 ट्रैक्टरों की खरीदी की जा चुकी है। केंद्र सरकार की राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत संचालित इस योजना के तहत प्रदेश के 1450 स्थानों पर कस्टमर हायरिंग सेंटर स्थापित किए जाएंगे। इस सीजन...
More »कृषि को लगे यंत्र के पर
-रोटावेटर, पावर टीलर, कंबाइन हार्वेस्टर समेत अन्य कृषि यंत्रों की ओर बढ़ा किसानों का रुझान अरुण कुमार झा, मुजफ्फरपुर : कृषि के सुनहले दिन आ गए हैं। किसान अब कृषि यंत्रों व आधुनिकतम तकनीक के सहारे खेती करने लगे हैं। इसके अच्छे परिणाम भी सामने आए हैं। एक ओर जहां फसल उत्पादन में वृद्धि हुई है, वहीं बेहतर क्वालिटी भी उपलब्ध हैं। संकेत बेहतर इसलिए भी हैं कि अब तक बड़े-बड़े...
More »अब रबी पर भी संकट
घटिया बीज के कारण किसानों की खरीफ की फसल खराब हो गई है। वह रबी की अच्छी पैदावार पर उम्मीद लगाए हुए है। लेकिन समय पर खाद न मिलने और बिजली के संकट के कारण रबी की बुआई भी समय पर नहीं हो पा रही है। इससे रबी की संकट पर पैदा हो गया है। नहीं मिल रही बिजली रबी की फसल की बुआई का मौसम आ चुका है। इसके लिए किसानों...
More »किसानों को नहीं मिला फसल बीमा का लाभ
चक्की (बक्सर)एक प्रतिनिधि : किसानों को काफी हद तक राहत देने वाली सरकारी स्तर पर चल रही फसल बीमा का अता-पता नही है। इस लाभकारी योजना से करीब अस्सी फीसदी किसान अंजान है। इस संबंध में बरमेश्वर मिश्रा, ओमनारायण मिश्रा, उपेन्द्र ओझा, विश्वामित्र पांडेय कहते है। मानसून के दौरान आवाधिक पानी कम होने के कारण सूखा की स्थिति कायम हुई। जिससे खरीफ की खेती में जुताई, बुआई करने से घर...
More »