नई दिल्ली। आम तौर पर माना जाता है कि अच्छे मानसून की स्थिति में सोने की मांग बढ़ती है और कीमतों में तेजी आती है। लेकिन, पिछले 4 साल के आंकड़े इस मान्यता को गलत साबित कर रहे हैं। इस साल देश में सामान्य से ज्यादा बारिश होने का अनुमान लगाया गया है और उम्मीद जताई जा रही है कि सोने की मांग बढ़ेगी। लेकिन, इसका कोई ठोस आधार नहीं है।...
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देश भर में गर्मी की मार जारी
देश के विभिन्न क्षेत्रों में पारा 40 के पार होने के कारण लोग भीषण गर्मी से बेहाल हैं। हालत यह है कि पश्चिम बंगाल में आज तीसरे चरण के मतदान के दौरान मतदान केन्द्र के बाहर ड्यूटी पर तैनात एक सरकारी कर्मचारी की लू लगने से मौत हो गयी। ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण हालांकि राजधानी दिल्ली और उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में तापमान में हल्की गिरावट आयी। मौसम विज्ञानियों...
More »2050 तक विदेश से खरीदना पड़ सकता है पीने का पानी
मुंबई। देश अबतक के सबसे भीषण जलसंकट से जूझ रहा है, लेकिन इस बीच एक और खौफनाक रिपोर्ट जारी हुई है। पानी की उपलब्धता को लेकर किए गए सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में जिस तेजी के साथ जलस्तर कम हो रहा है, उसे देखते हुए 2050 तक पीने का पानी भी बाहर के देशों से आयात करना पड़ेगा। तब तक प्रति व्यक्ति पानी की उपलब्धता 3120 लीटर हो...
More »वो 5 बातें जिनकी वजह से मनाना पड़ रहा है पृथ्वी दिवस
22 अप्रैल को दुनिया के 192 देश 46वां विश्व पृथ्वी दिवस मना रहे हैं। लेकिन मात्र एक दिन पृथ्वी दिवस के रूप में मना कर हम प्रकृति को बर्बाद होने से नहीं रोक सकते हैं। जीवन और पर्यावरण एक-दूसरे के पूरक हैं। पर्यावरण के बगैर जीवन असम्भव है। कोई दो राय नहीं कि अगर पृथ्वी खतरे में रहेगी तो मनुष्य जाति भी खतरे में रहेगी। दुर्भाग्यवश पृथ्वी का अस्तित्व खतरे...
More »श्रद्धा केंद्र क्यों बने हैं आंबेडकर!- उर्मिलेश
समय और समाज भी कुछ अजीब ढंग से चलते हैं. कुछ चीजें, कुछ लोग और कुछ घटनाक्रम जो हमारी सामूहिक स्मृति से लगभग गायब हो गये होते हैं, वे एक खास कालक्रम में अचानक प्रासंगिक होकर हमारी सामूहिक चेतना का हिस्सा बन जाते हैं. यह सब समाज और समय की अपनी गत्यात्मकता के कारण होता है. आठवें दशक में हिंदी पट्टी के ज्यादातर पुस्तकालयों या बुक स्टोर्स पर डाॅ भीमराव...
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