बढ़ती आबादी, औद्योगिकीकरण व अन्य कारणों से घटती जमीन, आर्थिक विकास और अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों के कारण भारतीय कृषि भारी दबाव में है। यह सच है कि देश की अर्थव्यवस्था का आधार कृषि है। देश की 52 प्रतिशत श्रमशक्ति कृषि तथा इससे जुड़े क्षेत्रों से ही अपना जीविकोपार्जन कर रही है। फिर भी संकट का अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि राष्ट्र के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में...
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महंगाई दर और विकास में सीधा संबंध नहीं
लोकसभा में महंगाई के मुद्दे पर जारी चर्चा का जवाब देते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने सदन को आश्वस्त किया कि सरकार महंगाई पर नियंत्रण पाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि महंगाई को कम करने की कोशिश में विकास की दर को सुस्त करने की कोई जरूरत नहीं है। मुखर्जी ने कहा कि महंगाई और विकास के बीच कोई...
More »विकास का सही सूचक-अनिल प्रकाश जोशी
विश्व भर में आज की सबसे बड़ी पर्यावरणीय चर्चा का अहम हिस्सा विकसित एवं विकासशील देशों की बढ़ती सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की दर पर केंद्रित है। बेहतर जीडीपी का सीधा संबंध उद्योगों की अप्रत्याशित वृद्धि के साथ ही बढ़ती ऊर्जा की खपत से है, जिसका पर्यावरण पर प्रतिकूल असर पड़ा है। ऐसे विकास का सीधा प्रभाव आदमी की जीवनशैली पर पड़ता है। कार, एसी व अन्य वस्तुएं ऊर्जा की...
More »जीडीपी वृद्धि 8.6 प्रतिशत रहने का अनुमान
मुंबई। सेंटर फॉर मानिटरिंग इंडियन इकनॉमी [सीएमआईई] ने अपनी मासिक समीक्षा में कहा है कि भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष के दौरान 8.6 प्रतिशत रहने की संभावना है जो बीते वित्त वर्ष में 8.5 प्रतिशत थी। सीएमआईई ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान औद्योगिक क्षेत्र की वृद्धि दर 8.9 प्रतिशत रहने की संभावना है, जबकि 2010-11 में औद्योगिक क्षेत्र की वृद्धि दर 7.9...
More »क्या हो विकास की सही परिभाषा- भारत डोगरा
सामान्य रूप से बाहरी चमक-दमक को देखकर कह दिया जाता है कि यह क्षेत्र विकास कर रहा है। मान लीजिए किसी महानगर में बहुत सी झुग्गी-झोपडि़यों बनी हैं और महानगर में कार्य करने वाले गरीब मजदूरों को इन सस्ते आवासों में आश्रय मिला हुआ है, क्योंकि इससे महंगी जगह में रहने के लिए पैसा उनके पास नहीं है। एक दिन उनकी झोपडि़यां तोड़ दी जाती हैं। इस स्थान पर एक...
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