उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में इंसेफलाइटिस से हज़ारों बच्चों का मरना और विकलांग होना जारी है. इससे बचने के उपाय हैं तो मगर दो सरकारों के झगड़ों और लालफीताशाही में उलझकर रह गए हैं जयप्रकाश त्रिपाठी की रिपोर्ट बच्चों की मौत बिना नागा जारी है. वे विकलांग भी हो रहे है. 2-4-6-8 साल के नन्हे-मुन्ने और मुन्नियां. कुछ दुधमुंहे भी हैं. रोने क्या कुनमुनाने तक से लाचार. एक-दो नहीं सैकड़ों-हजारों मासूम....
More »SEARCH RESULT
विद्रोह के केंद्र में दिन और रातें
जाने-माने मानवाधिकार कार्यकर्ता और ईपीडब्ल्यू के सलाहकार संपादक गौतम नवलखा तथा स्वीडिश पत्रकार जॉन मिर्डल कुछ समय पहले भारत में माओवाद के प्रभाव वाले इलाकों में गए थे, जिसके दौरान उन्होंने भाकपा माओवादी के महासचिव गणपति से भी मुलाकात की थी. इस यात्रा से लौटने के बाद गौतम ने यह लंबा आलेख लिखा है, जिसमें वे न सिर्फ ऑपरेशन ग्रीन हंट के निहितार्थों की गहराई से पड़ताल करते हैं, बल्कि माओवादी...
More »बेजरोगारों का सही आंकड़ा पेश करेगी सरकार
शिमला। सरकार प्रदेश में बेरोजगारों की तादाद के आंकड़ों की सही तस्वीर पेश करेगी। इसके लिए बाकायदा सरकार ने कसरत का भी श्रीगणेश कर दिया है। इसका जिम्मा श्रम व रोजगार विभाग को सौंपा गया है। श्रम व रोजगार विभाग के हवाले से जारी ताजा फरमान में कहा गया है कि प्रदेश के किसी भी विभाग में नौकरी चाहे अनुकंपा के आधार पर मिली है चाहे बैच के आधार पर व...
More »मुद्रास्फीति पर काबू को कदम उठाएगा रिजर्व बैंक
नई दिल्ली। दहाई अंक पर पहुंची मुद्रास्फीति से रिजर्व बैंक भी सतर्क हो गया है। तेजी से बढ़ती महंगाई को काबू में करने के लिए रिजर्व बैंक जल्द ही कदम उठा सकता है। दस फीसदी से ऊपर पहुंची मुद्रास्फीति को काबू में रखने के लिए रिजर्व बैंक आगामी 27 जुलाई को आने वाली मौद्रिक नीति की तिमाही समीक्षा से पहले भी कदम उठा सकता है। रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर...
More »बढ़ती गरीबी का सबब-- देविंदर शर्मा
अर्थव्यवस्था के विकास में कुछ भयावह गड़बड़ी है. भारत आर्थिक उदारीकरण के 18 साल बाद बेहतर स्थिति में नजर आ रहा है, लेकिन ऊंचे विकास के बल पर गरीबी हटाने और भुखमरी मिटाने के वायदे पूरे नहीं हो पाए हैं. वास्तव में, गरीबी और विषमता घटने के बजाय और बढ़ गई है. आर्थिक विकास जितना बढ़ रहा है उतनी ही गरीबी भी बढ़ रही है. गरीब प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के...
More »