भोपाल. मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर साढ़े तीन वर्ष पूर्व लागू हुई लाड़ली लक्ष्मी योजना ने सर्वाधिक लोकप्रियता अर्जित की है। योजना की सफलता को स्वीकारते हुए देशभर ने इसकी सराहना की है। उत्तरप्रदेश और नई दिल्ली जैसे राज्यों ने भी इसे अपने यहां लागू कराया है। मध्यप्रदेश में अब तक इस योजना से 5 लाख 53 हजार 523 बालिकाएं लाभान्वित हुई है। योजना के तहत पंजीकरण के समय...
More »SEARCH RESULT
866 बच्चों पर किया गया ड्रग ट्रायल
भोपाल जागरण ब्यूरो। मध्यप्रदेश में बच्चों के स्वास्थ्य की परवाह किए बिना क्लीनिकल ड्रग ट्रायल एवं वैकसीन ट्रायल किया गया। पिछले दो वर्षो में यहा 866 बच्चों पर टीका और तीन बच्चों पर दवा के परीक्षण हो चुके हैं। ये सभी परीक्षण बहुराष्ट्रीय कम्पनियों ने किए हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य राज्यमंत्री महेंद्र हार्डिया ने मंगलवार को विधानसभा में विधायक पारस सखलेचा द्वारा पूछे गए प्रश्न के जवाब में यह जानकारी...
More »नक्सल अभियान का होगा ऑडिट
नई दिल्ली/रायपुर.केंद्र की आर्थिक मदद से राज्यों द्वारा नक्सल हिंसा के विरोध में चलाए जा रहे ऑपरेशन का ऑडिट होगा। केंद्र सरकार ने यह फैसला इन अभियानों की सफलता परखने के लिए किया है। पिछले आठ साल से केंद्र सरकार राज्यों को सुरक्षा के लिए विशेष योजना के तहत फंड दे रही है। इस योजना के खर्च को जांचने के लिए सबसे पहले गृह मंत्रालय द्वारा एजेंसी का चयन किया जाना है।...
More »अपने संरक्षण को तरस रही ‘गिद्ध संरक्षण योजना’
भोपाल. राजधानी से 15 किमी दूर मेंडोरा गांव में गिद्ध बचाने के लिए बनाया जा रहा ‘वल्चर कंजर्वेशन ब्रीडिंग सेन्टर’ खुद को बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहा है। वन विभाग 38 लाख रु. फूंकने के बाद भी तय नहीं कर पाया कि सेंटर के संचालन के लिए हर साल लगने वाले २६ लाख रु. कौन देगा? डीबी स्टार ने पड़ताल की तो सामने आया कि जिम्मेदारों ने विदेशी धन के...
More »बफर जोन बनाएं, कॉरिडोर बचाएं
बाघ बचाने के तमाम उपायों और कार्ययोजनाओं में से एक महत्वपूर्ण उपाय है राष्ट्रीय उद्यानों, अभयारण्यों एवं संरक्षित वनों के बाहर के क्षेत्र का संरक्षण। दुर्भाग्य से देश भर में यह नहीं हो रहा है। यहां सीधे-सीधे बाघ के वजूद और आदमी के स्वार्थों का टकराव है। राजनेता, खनन माफिया और अन्य स्वार्थी-लोभी तत्व ऐसे उपायों का विरोध करते हैं। बाघ की सुरक्षा के लिए बफर क्षेत्र उपयोगी है इसलिए टाइगर रिजर्व...
More »