जम्मू कश्मीर में आतंकवादी हमले के मद्देनजर चाय उत्पादकों के शीर्ष संगठन इंडियन टी एसोसिएशन (आईटीए) ने आज कहा कि अगर सरकार कहे तो हम पाकिस्तान के साथ व्यापार निलंबित करने को तैयार हैं। आईटीए के चेयरमैन आजम मेनम ने कहा, ‘‘कश्मीर में आतंकवादी हमले को देखते हुए अगर सरकार कहती है तो आईटीए पाकिस्तान के साथ चाय व्यापार निलंबित करने को तैयार है।' उन्होंने कहा कि जहां तक चाय का...
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शिक्षा के मामले में दुनिया की बराबरी करने में भारत को लगेंगे 126 साल: रिपोर्ट
एक रिपोर्ट में आज कहा गया कि यदि देश में शिक्षा पर खर्च की मौजूदा रफ्तार कायम रही और अच्छे शिक्षकों की कमी जैसी समस्याएं जस की तस बनी रहीं तो भारत को विकसित देशों की शिक्षा के स्तर तक पहुंचने में 126 साल लग जाएंगे। असोसिएटेड चैंबर आॅफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसोचैम) की ओर से पेश की गई इस रिपोर्ट में देश की शिक्षा व्यवस्था में ‘‘प्रभावशाली'' बदलाव करने...
More »कितनी सुरक्षित है दर्द की यह दवा-- संचिता शर्मा
अपने देश में हर साल फ्लू, डेंगू और चिकनगुनिया के आने के साथ पैरासिटामॉल की बिक्री में जबर्दस्त उछाल बदलते मौसम की तरह है। पैरासिटामॉल अकेली ऐसी दवा है, जो आम प्रचलित एस्प्रिन, ब्रूफेन या अन्य दर्द निवारक दवाओं की अपेक्षा कहीं ज्यादा सुरक्षित मानी जाती है। यह कम साइड इफेक्ट वाली तो है ही, डेंगू या अन्य अज्ञात कारणों से होने वाले बुखार में होने वाले रक्तस्राव की आशंका...
More »परिवहन की मुख्यधारा बनेगा नदियों का प्रवाह- जयंतीलाल भंडारी
सड़कों को तरक्की का मानक बनाने का एक नतीजा यह हुआ कि अपने जलमार्गों को हम भूल गए, जबकि इन्हें प्राकृतिक पथ कहा जाता है। सड़कें हम बनाते हैं, इन्हें तो कुदरत ने बनाया है। यही प्राकृतिक पथ कभी भारतीय परिवहन की जीवन-रेखा हुआ करते थे। लेकिन समय के साथ आए बदलावों व परिवहन के आधुनिक साधनों के चलते बीती एक सदी में भारत में जल परिवहन क्षेत्र बेहद उपेक्षित...
More »वे बुजुर्ग जिनके बच्चे अब परदेस में हैं-- गौरीशंकर राजहंस
उम्र की अपनी शारीरिक परेशानियां होती हैं, फिर इसमें वे परेशानियां जुड़ जाती हैं, जो बढ़ी उम्र की वजह से किसी को यह समाज देता है। मेरे एक भारतीय मित्र कुछ साल पहले पेंसिल्वेनिया (अमेरिका) के एक कॉलेज से रिटायर हुए, तो जीवन अचानक ही कठिन हो गया। पत्नी का निधन पहले ही हो गया था और बच्चों के साथ विदेश में रहने की अपनी दिक्कते थीं, सो हारकर उन्होंने...
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