-न्यूजक्लिक, भगत सिंह के बारे में आमतौर पर यह कहा जाता है कि वे थे तो समाजवादी विचारों के लेकिन उन्होंने कभी किसानों-मजदूरों को संगठित करने का प्रयास नहीं किया। प्रोफेसर बिपन चन्द्र और एस. इरफ़ान हबीब ने इसे भगत सिंह और साथियों की एक बड़ी कमी बताया है। लेकिन जब मैं अपनी पीएचडी थीसिस लिखने के लिए शोध कर रहा था तो कुछ ऐसे चौंकाने वाले तथ्य सामने आये जिनका...
More »SEARCH RESULT
सूरत में ONGC प्लांट में लगातार धमाकों के बाद लगी आग काबू, पीएम मोदी ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए
-द प्रिंट, गुजरात के सूरत में गुरुवार को तड़के तीन धमाकों के बाद हजीरा गैस प्रसंस्करण संयंत्र में लगी आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया है. इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है. जल्द ही ऑपरेशन फिर से शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है. आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है. ओएनजीसी के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. वहीं इसको लेकर प्रधानमंत्री लगातार वहां के...
More »केंद्रीय मंत्री सुरेश अंगड़ी का कोविड-19 से निधन
-लल्लनटॉप, केंद्रीय रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी का निधन हो गया है. वे कोविड-19 से इंफेक्टेड थे. एम्स, दिल्ली में उनका इलाज चल रहा था. अंगड़ी 65 साल के थे. 11 सितंबर को उनकी कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉज़िटिव आई थी. वे एसिंप्टोमेटिक थे. लेकिन बाद में हालत बिगड़ने पर उन्हें एम्स ट्रॉमा सेंटर के कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी 23 सितंबर को मौत हो गई. 17 सितंबर को मंत्री...
More »केंद्र ने रबी फसलों के लिए एमएसपी घोषित की, पिछले 10 सालों में गेहूं के दाम में न्यूनतम बढ़ोतरी
-द वायर, संसद में तथाकथित कृषि सुधार विधेयकों के पारित होने के बाद बीते सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने छह रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि के निर्णय को मंजूरी प्रदान की. सरकार ने गेहूं का एमएसपी 50 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 1,975 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है. पिछले साल घोषित गेहूं का एमएसपी 1925 रुपये की तुलना में...
More »जलसंवर्धन से बदलती जिला पंचायत इंदौर की तस्वीर
-इंडिया वाटर पोर्टल, बारिश की रजत बूँदों को थामने और उन्हें धरती की रगों तक पहुँचाने के लिए जिला पंचायत इंदौर ने शानदार काम किया है। अहम बात यह है कि यह काम लॉकडाउन के उस दौर में कराया गया जब स्थानीय मज़दूरों के सामने रोजी-रोटी का सकंट खड़ा हो गया था। लॉकडाउन के वक़्त में बड़ी तादात में मज़दूर परिवारों को न गाँव में कोई रोज़गार था और न ही...
More »