राघवेंद्र बाबा, इंदौर। एक परिवार तीन पीढ़ियों (सौ साल से) से कब्रों के साथ रहता है। इसे घर में कब्रिस्तान या कब्रों का घर भी कह सकते हैं। होलकर राजघराने से इनाम में मिली 6 एकड़ जमीन धीरे-धीरे दो कमरों में सिमट गई। यूं तो कब्रिस्तान की जमीन पर कोई लिखा-पढ़ी नहीं होती, लेकिन एक पक्ष ने इसे गिरवी रखने और खुद का कब्जा बताकर कोर्ट में केस भी लगा...
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दस साल बाद भी प्रबंधन वाले पदों पर कम ही होंगी महिलाएं
मुंबई। भारत ही नहीं, दुनिया भर में श्रमशक्ति में महिलाओं की हिस्सेदारी बेहद कम है। अगर महिलाओं की भागीदारी मौजूदा दर से बढ़ी तो अगले दस साल बाद भी पेशेवर और प्रबंधन वाले पदों पर बमुश्किल 40 फीसद ही पहुंच पाएगी। ग्लोबल एचआर कंसल्टेंसी फर्म मर्सर की ताजा रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकाला गया है। रिपोर्ट का एक खास निष्कर्ष यह भी है कि संगठनों के भीतर करियर लेवल बढ़ने...
More »डीबीटी का कमाल, सीधे बैंक में पहुंची राहत
तमिलनाडु में बाढ़ के 32 दिन बाद बांट दी गयी 700 करोड़ की राहत वर्ष 2015 जाते-जाते तमिलनाडु के कई जिलों को बाढ़ का ऐसा दर्द दे गया, जिसे बाढ़ पीड़ित आसानी से नहीं भूल पायेंगे. लेकिन, वर्ष 2016 की शुरुआत ने उन्हें ऐसी खुशी दी, जिसकी उन्होंने कल्पना नहीं की थी. बाढ़ पीड़ितों को महज 32 दिन में मुआवजा मिल गया. यह संभव हो पाया एक योजना से,...
More »सही दिशा में है आर्थिक नीति- तवलीन सिंह
दावोस की पहली सुबह जब मैं बर्फ से ढके बाजार में निकली, तो एक कैफे के शीशे के चमकते दरवाजे पर 'मेक इन इंडिया' पढ़ा, जो बड़े अक्षरों में उस शेर की बगल में लिखा था, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस सपने का प्रतीक बन गया है। यह इसलिए भी अच्छा लगा कि कई वर्षों से निवेशकों के इस महत्वपूर्ण आर्थिक सम्मेलन में भारत अदृश्य रहा है। यह भी...
More »कमाई के कंगूरे और गरीबी का गर्त- धर्मेन्द्र पाल सिंह
स्विट्जरलैंड के बर्फीले नगर दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की बैठक की पूर्व संध्या पर ब्रिटेन की संस्था ऑक्सफाम ने एक रिपोर्ट जारी की, जिससे पूरी दुनिया में हंगामा मच गया। ‘एन इकोनॉमी फॉर दी 1%' नामक इस रिपोर्ट में बताया गया है कि आज महज बासठ खरबपतियों की संपत्ति 17.6 खरब डॉलर (1187.64 खरब रुपए) है, जो विश्व की आधी आबादी की दौलत के बराबर है। एक प्रतिशत अमीरों...
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