पूर्णिया में प्रगतिशील लेखक संघ के राज्य अधिवेशन में शिरकत करने के दौरान रेणु जी के गाँव जाना संभव हुआ. औराही हिंगना को, रानी गंज के इलाके ( मैला आँचल में मेरीगंज ) को, जहाँ फणीश्वर नाथ रेणु का पुश्तैनी घर है, जो मैला आँचल और परती-परिकथा सहित उनकी कई कहानियों की आधारभूमि है, जहां पंचलैट के टोले हैं, जहाँ तीसरी कसम के जीवंत पात्र और कसबाई तथा ग्रामीण समाज ...
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जल की जमींदारी- राजकुमार सोनी(तहलका)
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 40 किलोमीटर दूर दुर्ग जिले के गांव महमरा के बाशिंदे आज भी इस बात को सहजता से स्वीकार नहीं कर पाते कि सदियों से उनकी जीवनरेखा रही शिवनाथ नदी पर अब उनका पहले जैसा अधिकार नहीं रहा. यहां के एक ग्रामीण साधुराम बताते हैं, 'हमें तो अब नदी की तरफ जाने में ही डर लगता है कि कोई कुछ कह न दे.' दरअसल शिवनाथ छत्तीसगढ़ की...
More »विकास का पैमाना क्या है- अनिल चमड़िया
जनसत्ता 3 जनवरी, 2012: विदेशी निवेश भूमंडलीकरण की नीति का हिस्सा है। इसीलिए खुदरा व्यापार को विदेशी पूंजी के हाथों में देने के केंद्र सरकार के फैसले का स्थगन परमाणु समझौते की तरह ही है। अमेरिका के साथ भारत के परमाणु समझौते की पूरी प्रक्रिया पर नजर दौड़ाएं तो प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संसद में कह दिया था कि सरकार के पास यही एकमात्र एजेंडा नहीं है। यूपीए-एक सरकार का...
More »अच्छी फसल के लिए चढ़ायी बच्ची की बलि
रायपुर, 3 जनवरी (एजेंसी) छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में अच्छी फसल के लिए दो ग्रामीणों ने मिलकर एक सात वर्षीय बच्ची की बलि चढ़ा दी। पुलिस ने दोनों ग्रामीणों को गिरफ्तार कर लिया है। बीजापुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बीपीएस राजभानू ने आज ‘भाषा‘ को फोन पर बताया कि बीजापुर शहर में अच्छी फसल के लिए बच्ची की बलि चढ़ाने के मामले में पुलिस ने दो लोगों पदम सुक्कू और पिगनेश...
More »गांवों की ‘डगर’ से 20 करोड़ की बिजली गायब!
बिलासपुर। बिजली विभाग के लिए जिले के ग्रामीण इलाकों में सप्लाई घाटे का सौदा साबित हो रही है। यहां के 1635 गांवों में हर महीने 12 करोड़ यूनिट बिजली की खपत है। रिकार्ड के मुताबिक इसमें से 7 करोड़ यूनिट बिजली रास्ते से ही गायब हो जाती है। सिर्फ 5 करोड़ यूनिट बिजली लोगों तक पहुंचती है। तुर्रा यह कि इसमें से महज 2 करोड़ यूनिट का ही बिल जमा किया जाता है।...
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