भारत सरकार का गरीब तबके को छोटे ऋण यानी माइक्रोफाइनेंस देने पर जोर है. इन ऋणों को अधिकतर महिलाओं के स्वयं सहायता समूह के माध्यम से वितरित किया जाता है. सोच है कि ऋण से महिलाएं बकरी, दूध, परचून, फेरी आदि के धंधे कर सकेंगी. उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता मिलेगी और परिवार की आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी. इसी तरह से बांग्लादेश के मोहम्मद युनूस द्वारा स्थापित ग्रामीण बैंक द्वारा करीब 40 लाख महिलाओं...
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उत्तर भारत में स्वाइन फ्लू का कहर....
नयी दिल्लीः दिल्ली पर स्वाइन फ्लू का शिकंजा कसता जा रहा है. अब तक एनसीआर में इस खतरनाक बीमारी से 4 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 60 मरीज़ अस्पताल में भर्ती हैं. अगर जल्द ही इस बीमारी पर काबू नहीं पाया गया, तो इसके और घातक नतीजे सामने आ सकते हैं. मामला गंभीर होने से पहले ठोस तैयारी सेहत और जान का दुश्मन स्वाइन फ्लू फिर से देश की राजधानी...
More »कैग के बयान से नाराज हुई कांग्रेस
भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी या कैग) विनोद राय के बयान पर कांग्रेसी खेमे में बुरी तरह खलबली मच गई है. सीएजी विनोद राय के बयान पर दिग्विजय सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. दिग्विजय सिंह ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि सीएजी के सलाह की जरूरत नहीं है वो सरकार को अपना काम करने दें. कांग्रेस नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने भी विनोद राय पर निशाना साधा. आरोपों को खारिज...
More »क्रोनी पूंजीवाद और विकास- भरत झुनझुनवाला
राजतंत्र, सामंतवाद व कम्युनिज्म की तुलना में पूंजीवाद ने दुनिया में बहुत अधिक समृद्धि लायी है. पूंजीवाद की यह सफलता खुले बाजार में प्रतिस्पर्धा से हासिल हुई है. बाजार में हर व्यक्ति को प्रयोग करने, नये माल बनाने एवं नयी तकनीक के उपयोग की छूट होती है. जैसे पूंजीवाद में छूट है कि कोई किसान हाइब्रिड बीज से फसल उगाये या देशी बीज से. एक किसान सफल हुआ, तो दूसरे...
More »जलवायु परिवर्तन से पक्षियों के अस्तित्व पर खतरा
भारत सहित एशियाई पक्षियों की प्रजाति के अस्तित्व पर जलवायु परिवर्तन से बडा खतरा मंडरा रहा है. एक नये अध्ययन में इन खतरों के बारे में आगाह किया गया है. डरहम विश्वविद्यालय और बर्डलाइफ इंटरनेशनल ने अपने अध्ययन में कहा है कि जलवायु परिवर्तन से इस क्षेत्र में पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों को नुकसान झेलना पड सकता है. हाल में पत्रिका ‘ग्लोबल चेंज बॉयोलोजी’ में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक कुछ चरम मामलों...
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