नई दिल्ली। भाजपा ने आरएसएस चीफ का बचाव करते हुए कहा कि उनके बयान पर विवाद अनुचित है। उधर, कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर भाजपा ने पल्ला झाड़ लिया। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मध्यप्रदेश के मंत्री विजयवर्गीय से इस बयान के बारे में पूछा जाएगा। कांग्रेस पर बरसते हुए भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस अपने गिरेबान में झांके। दिल्ली और केंद्र दोनों जगहों पर कांग्रेस की...
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इस आंदोलन के निहितार्थ- आनंद प्रधान
जनसत्ता 3 जनवरी, 2012: दिल्ली की वह बहादुर लड़की शरीर और मन पर हुए प्राणांतक घावों के बावजूद जीना चाहती थी। देश के करोड़ों लोग भी यही चाहते थे। लेकिन वह लड़ते हुए एक शहीद की तरह चली गई। यह सही है कि वह भारतीय समाज में स्त्रियों के खिलाफ होने वाली बर्बर यौन हिंसा और भेदभाव की पहली शहीद नहीं है और न आखिरी। उसके जाने के बाद भी दिल्ली,...
More »बलात्कार 'भारत' में नहीं 'इंडिया' में होते हैं: मोहन भागवत
नई दिल्ली। आऱएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने दिल्ली गैंगरेप पर विवादास्पद बयान देकर सनसनी फैला दी है। दिल्ली गैंगरेप के मसले पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख के मोहन राव भागवत ने कहा है कि रेप की घटनाएं गांवों के मुकाबले शहरों में ज्यादा होती है। उन्होंने इस मसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शहरों में ज्यादा बलात्कार होते हैं और गांवों में रेप की घटनाएं कम होती है। उन्होंने...
More »सेहत का बीमा या मुनाफे का- अरविन्द कुमार सेन
जनसत्ता 24 दिसंबर, 2012: राजीव गांधी एक मर्तबा राजस्थान के दौरे पर गए थे और अपनी सभा खत्म होने के बाद पंडाल से निकलते समय स्थानीय लोगों से उनकी दिक्कतों के बारे में पूछ रहे थे। कुछ किसानों ने कहा कि साहब पिछले साल हरी मिर्च के दाम आसमान पर चल रहे थे तो नफे की आस में हम लोगों ने इस बार पूरे खेत में मिर्च बोई थी। हरी मिर्च...
More »उदार पीढ़ी का उद्वेग- सुधीश पचौरी
जनसत्ता 4 जनवरी, 2012: पिछले करीब पंद्रह दिनों में एक युवा विमर्श प्रकट हुआ है, जो कई वजहों से ऐतिहासिक है। उसके कारक, लक्ष्य और परिणाम नए हैं। वह प्रकटत: स्वत:स्फूर्त स्वभाव से असंगठित और अराजनीतिक प्रतीत होता है। वह ‘परदुख कातर’ है। पुलिस प्रशासन और सत्ता से अन्याय के बरक्स न्याय के सवाल कर रहा है। वह बर्बरता के विरोध में है। वह एक ऐसा नागरिक समाज चाहता है, जिसमें...
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