झारखंड में माओवादी कमजोर हुए हैं मगर उनके इस सबसे बड़े गढ़ में माओवाद के नाम पर चलने वाले आपराधिक संगठनों की कोई कमी नहीं है. अनुपमा और निराला की रिपोर्ट. फोटो: शैलेंद्र पांडेय 27 मार्च, 2013. झारखंड में चतरा जिले का लकड़मंदा गांव. बिहार सीमा के पास बसे इस इलाके का सन्नाटा आधी रात को अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट से टूट गया. पास के जंगल में हो रही भयानक गोलीबारी...
More »SEARCH RESULT
छह रुपये में मिलेंगे सैनिटरी नैपकीन
पटना : किशोर प्रजनन एवं यौन स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बिहार के 10 जिलों में ग्रामीण इलाकों में सामाजिक विपणन कार्यक्रम के तहत छह रुपये के मूल्य पर महिलाओं के लिए सैनिटरी नैपकीन उपलब्ध कराये जायेंगे. राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार ने आज संवाददाताओं से कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के किशोर प्रजनन एवं यौन स्वास्थ्य कार्यक्रम (एडोलसेंट रिप्रोडक्टिव एंड सेक्सुअल हेल्थ प्रोग्राम) के तहत राज्य...
More »बिहार पर मंडरा रहे हैं सूखे के बादल!
पटना| बिहार के कुछ जिलों में एक बार फिर सुखे का अंदेशा बना हुआ है। बारिश के लिए विख्यात आषाढ़ का महीना बीत गया और सावन आने वाला है, लेकिन राज्य के कुछ इलाकों को छोड़ दिया जाए तो अब तक आसमान पर काले मेघ देखने को नहीं मिले हैं। मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में अब तक सामान्य से 44 प्रतिशत कम बारिश हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि 31...
More »बिहार में माओवादियों का उपद्रव, मशीन जलाई
बिहार में औरंगाबाद जिले के उग्रवाद प्रभावित गोह थाना क्षेत्र के जैतिया गांव में सोमवार देर रात भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के उग्रवादियों ने सड़क निर्माण में लगी एक निजी कंपनी के कार्यालय पर हमला करके एक मशीन को जला दिया। कंपनी के कार्यालय पर हमला किया पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि हथियारों से लैस करीब 24 माओवादियों ने जैतिया गांव स्थित सड़क निर्माण में लगी एक कंपनी के कार्यालय पर...
More »बिहार के किसानों संग हुआ ऐसा कि चेहरे पर तैरने लगी खुशियां
पटना. बिहार के वैशाली जिले के सब्जी उत्पादक किसान सुनील कुमार ने इस वर्ष अपने परिवार के साथ न केवल होली धूमधाम से खेली, बल्कि अपने दो छोटे-छोटे बच्चों और बूढ़ी मां के लिए नए कपड़े भी खरीदे। राज्य में केवल सुनील ही ऐसे नहीं थे जिन्होंने अपने परिवार के साथ होली की खुशियां बांटी, बल्कि ऐसे कई सब्जी उत्पादक थे जिन्होंने उपज में वृद्धि से खुश होकर पूरे मन से होली मनाई। औरंगाबाद...
More »