बाबा मायाराम, पालक्काड़ “हम जल, जंगल और जंगली जानवरों का संरक्षण करने के साथ-साथ आदिवासियों की आजीविका को भी बचाने की कर रहे हैं। जंगल से हम उतना ही लेते हैं, जितनी जरूरत होती है। जंगली जानवरों के लिये को उनके पसंद के फल, फूल, पत्ते और कंद छोड़ देते हैं; जिससे वे भी जिये और जंगल की जैव-विविधता भी बनी रहे।” यह मंजू वासुदेवन थीं, केरल के त्रिचूर जिले में ‘फॉरेस्ट...
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आईपीसीसी रिपोर्ट के बजाए भारत को अपने जलवायु अनुमान की जरूरत, क्षेत्रीय क्लाइमेट मॉडल बेहतर
मोंगाबे हिंदी, 29 दिसम्बर ग्लोबल नॉर्थ की तुलना में ग्लोबल साउथ खासकर दक्षिण एशिया जलवायु परिवर्तन के प्रति ज्यादा संवेदनशील है। साथ ही, यह क्षेत्र ज्यादा समृद्ध और विकसित देशों की तुलना में ग्लोबल वॉर्मिंग की परिस्थितियों से निपटने में भी कम सक्षम है। नुकसान और क्षति और ग्लोबल वॉर्मिंग को कम करने के तरीकों और उनको अपनाने की फंडिंग के मुद्दे पर बहस के दौरान भी यह असमानता काफी अहम...
More »मौसम अपडेट: पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली व उत्तर प्रदेश में कोहरा और सर्दी का प्रकोप जारी
डाउन टू अर्थ, 29 दिसम्बर मौसम विभाग के मुताबिक, आज 29 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कई हिस्सों में लोगों को घने से बहुत घने कोहरे से दो चार होने की आशंका जताई गई है। वहीं आज, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, उत्तरी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश, बिहार, ओडिशा, असम और मेघालय तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाने के आसार...
More »हाइवे के लिए खोदी खेती लायक जमीन, उपज प्रभावित
मोंगाबे हिंदी, 29 दिसम्बर किसी भी खेत की ऊपरी मिट्टी बताती है कि उसमें होने वाली फसल कितनी प्रचुर मात्रा में होगी। हरियाणा के किसानों ने अपने इस अहम संसाधन को सरकारों को बेच दिया है ताकि हाइवे प्रोजेक्ट का निर्माण किया जा सके। इसमें 227 किलोमीटर लंबा ट्रांस-हरियाणा एक्सप्रेसवे भी शामिल है जो अंबाला और नारनौल को जोड़ता है और इसे अगस्त 2022 में जनता के लिए खोल दिया गया था।...
More »हाइवे के लिए खोदी खेती लायक जमीन, उपज प्रभावित
मोंगाबे हिंदी, 27 दिसम्बर किसी भी खेत की ऊपरी मिट्टी बताती है कि उसमें होने वाली फसल कितनी प्रचुर मात्रा में होगी। हरियाणा के किसानों ने अपने इस अहम संसाधन को सरकारों को बेच दिया है ताकि हाइवे प्रोजेक्ट का निर्माण किया जा सके। इसमें 227 किलोमीटर लंबा ट्रांस-हरियाणा एक्सप्रेसवे भी शामिल है जो अंबाला और नारनौल को जोड़ता है और इसे अगस्त 2022 में जनता के लिए खोल दिया गया था।...
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