पटना : राज्य के प्रारंभिक स्कूलों में अब लकड़ी के चुल्हों में नहीं, बल्कि गैस में बने मध्याह्न भोजन बच्चों को मिलेंगे. इसके लिए सभी स्कूलों में गैस कनेक्शन लिये जायेंगे. साथ ही जीविका व स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी इससे जोड़ा जायेगा. इसके अलावा अगर किसी दिन बच्चों को मध्याह्न भोजन नहीं दिये जाते हैं तो उस दिन का राशि उनके खाते में दी जा सकती...
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भारत के 50 फीसदी बच्चे स्टंटिंग अर्थात बौनेपन के शिकार: यूनिसेफ
क्या आप इस तथ्य से अवगत है कि भारत में 5 वर्ष की आयु सीमा के लगभग 50 फीसदी बच्चे बौनेपन अर्थात स्ट्नटिंग के शिकार है?यानी स्टंटिंग की समस्या के कारण उनका विकास अवरू़द्ध हो रहा है। अगर आंकड़ो की भाषा में कहा जाये तो लगभग 54 मिलियन बच्चे जो कि कनाडा और नीदरलैंड की सयुक्त जनसंख्या के बराबर है। निश्चित रूप से खतरे की घंटी है। लेकिन इन आंकड़ो के...
More »मकसद, भविष्य गढ़ना!-- हरिवंश
बच्चों के खिलाफ हर दिन हिंसा होती है. चाहे वह पारंपरिक रूप में हो या अनुशासन के रूप में. इसे आज ही समाप्त किया जाना चाहिए. बच्चों के खिलाफ हिंसा की समाप्ति के लिए झारखंड में एक अभियान ‘‘अब और नहीं. मत छुपाओ, आवाज उठाओ'', की शुरुआत की गयी है. इस अभियान का मकसद, भविष्य गढ़ने से है. ‘बच्चों को हिंसा से बचाने' की जागरूकता, कोशिश या अभियान एक नयी...
More »कभी ट्रेन में मांगते थे भीख आज अनाथों के नाथ एलेक्स
पाकुड़: दूसरों की पीड़ा को खुद में महसूस करने की भावना आसानी से नहीं आती और अगर आ जाये तो आदमी महान बन जाता है. पाकुड़ के एलेक्स साम की दास्तां और उपलब्धि इस बात का प्रमाण है. एलेक्स बचपन से अनाथ हैं. उसने अपना बचपन ट्रेन में भीख मांगते हुए, लोगों की उपेक्षा और भूख की मार सहते गुजारा, लेकिन अब तक वह 46 यतीम बच्चों की अंधेरी दुनिया...
More »बच्चों की सेहत और पश्चिम बंगाल में पोरिबोर्तन की हकीकत!
‘पोरिबोर्तन' के नारे से बनी ममता बनर्जी की सरकार में चाहे और कुछ बदला हो लेकिन बच्चों की सेहत की दशा पश्चिम बंगाल में बहुत कम बदली है ! हाल ही में जारी नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-4 के आंकड़े बताते हैं कि राज्य में पाँच साल से कम उम्र के लगभग बीस फीसद बच्चे ‘वेस्टिंग' के और ऐसे एक तिहाई बच्चे ‘अंटरवेट' तथा ‘स्टंटेड' श्रेणी के हैं. ( देखें नीचे दी...
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