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अधिक एमएसपी के कारण बढ़ी गेहूं-चावल की कीमतें

नई दिल्ली। सरकार ने मंगलवार को कुछ आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि की बात को स्वीकार किया, लेकिन साथ ही गेहूं और चावल की कीमतों में वृद्धि के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य [एमएसपी] को बढ़ाए जाने को जिम्मेदार ठहराया। लोकसभा में निशिकांत दुबे और कैलाश जोशी के प्रश्न के लिखित उत्तर में कृषि एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री शरद पवार ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाए...

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नैफेड पर लगाम कसने की तैयारी में सरकार

नई दिल्ली [सुरेंद्र प्रसाद सिंह]। सरकारी खरीद एजेंसी नैफेड की 'मनमानी' पर अंकुश लगाने के लिए कृषि मंत्रालय ने लगाम कसनी शुरू कर दी है। अब यह सरकार के लिए सिर्फ तिलहन व दलहन की ही खरीद कर सकेगी। इसके इतर उसके अन्य कारोबार करने पर बंदिश लगाने की तैयारी कर ली गई है। कृषि मंत्रालय ने इसका मसौदा तैयार कर लिया है। इसे जल्दी ही केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी के...

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मिट्टी में मिला दिया एक करोड़ का गेहूं!

धार/मालवा-निमाड़ अंचल. मालवा-निमाड़ अंचल में करीब एक करोड़ रुपए का 8 हजार क्विंटल गेहूं खुले परिसरों में बिखर गया। समर्थन मूल्य पर इसकी आवक तो खरीदी केंद्रों पर दर्ज हुई लेकिन यह सरकार के गोदामों तक नहीं पहुंच पाया। सहकारी समितियों की यह लापरवाही मालवा-निमाड़ के तीन जिलों में ज्यादा हुई। मिट्टी में मिले इस गेहूं से 40 हजार परिवारों का एक माह तक पेट भर सकता है। सबसे अधिक गेहूं धार...

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विद्रोह के केंद्र में दिन और रातें

जाने-माने मानवाधिकार कार्यकर्ता और ईपीडब्ल्यू के सलाहकार संपादक गौतम नवलखा तथा स्वीडिश पत्रकार जॉन मिर्डल कुछ समय पहले भारत में माओवाद के प्रभाव वाले इलाकों में गए थे, जिसके दौरान उन्होंने भाकपा माओवादी के महासचिव गणपति से भी मुलाकात की थी. इस यात्रा से लौटने के बाद गौतम ने यह लंबा आलेख लिखा है, जिसमें वे न सिर्फ ऑपरेशन ग्रीन हंट के निहितार्थों की गहराई से पड़ताल करते हैं, बल्कि माओवादी...

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मांग के कंधे पर बैठी महंगाई

नई दिल्ली [अंशुमान तिवारी]। कदम रुके थे, पैर में बंधा पत्थर तो जस का तस था। महंगाई गई कहां थी? अर्थव्यवस्था मंदी से निढाल होकर बैठ गई थी इसलिए महंगाई का बोझ बिसर गया था। कदम फिर बढ़े हैं तो महंगाई टांग खींचने लगी है। मुद्रास्फीति का प्रेत नई ताकत जुटा कर लौट आया है। मंदी के छोटे से ब्रेक के बीच महंगाई और जिद्दी, जटिल व व्यापक हो...

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