- डाउन टू अर्थ, “यहां कोरोना संक्रमण से क्या बचाव करें ? हम जांच और पूरी सुरक्षा के साथ किसी तरह भी अपने अपने घर लौटना चाहते हैं। यहां काम कुछ बचा नहीं है। न बाहर से सब्जियों के वाहन आ रहे हैं और न ही खरीदार। पहले व्यस्त दिनों में 700 से 800 रुपये तक कमा लिए करते थे, इन दिनों 100-150 रुपये तक मिलना मुश्किल हो गया है।” करीब...
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जेल, क़ैदी और कोरोना
-न्यूजलॉन्ड्री, 24 मार्च को रात आठ बजे देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले 21 दिनों के लिए देशभर में पूर्ण रूप से लॉकडाउन करने का फैसला सुनाया. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने साफ़ शब्दों में कहा कि इस बीमारी का एकमात्र इलाज लोगों से दूरी बनाकर अपने घरों में रहना है. उन्होंने कहा कि जिन राष्ट्रों में सबसे बेहतर मेडिकल सुविधाएं हैं, वे भी इस वायरस को रोक...
More »लॉकडाउन : जो घर पहुंचने के लिए 1274 किलोमीटर के सफर पर पैदल निकल पड़े हैं!
-सत्याग्रह, सुरेश नौटियाल (बदला हुआ नाम) दिल्ली के एक नाइट क्लब में काम करते हैं. राजधानी में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने पर बीते हफ्ते जब राज्य सरकार ने 31 मार्च तक नाइट क्लब बंद करने का आदेश दिया तो उन्होंने उत्तराखंड स्थित अपने गांव जाने की सोची. सुरेश ने दिल्ली के आईएसबीटी से बस पकड़ी और छह घंटे की यात्रा के बाद ऋषिकेश पहुंच गए. लेकिन इसी बीच उत्तराखंड सरकार ने...
More »महानगरों के प्रदूषण पर भी कोरोनावायरस का शिकंजा!
-डाउन टू अर्थ, कोरोनावायरस ने हम इंसानों के साथ-साथ प्रदूषण पर भी शिकंजा कसा हुआ है। वायरस का संक्रमण रोकने के लिए हो रहे जनता कर्फ्यू और लॉक डाउन जैसे उपायों से सड़कों पर उतरने वाले वाहनों की तादाद में खासी कमी आई है। इससे खासतौर पर वाहनों के धुएँ से होने वाले नाइट्रोजन आक्साइड और पीएम 2.5 के प्रदूषण में गिरावट आई है। केन्द्र सरकार द्वारा संचालित संस्था सफर की...
More »पांच बातें जो इस आफत के बीच आपको राहत दे सकती हैं
-सत्याग्रह, कोरोना वायरस से होने वाली महामारी कोविड-19 ने 160 से ज्यादा देशों को अपनी चपेट में ले लिया है. मौतों का आंकड़ा 16 हजार के पार हो गया है. करीब साढ़े तीन लाख लोग संक्रमण का शिकार हैं. इस बीच एक अध्ययन कह रहा है कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो यह वायरस अकेले अमेरिका में करीब 22 लाख लोगों की जान ले सकता है. दिल्ली सहित भारत के...
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